Bihar Assembly Election 2025: प्रशांत किशोर बोले — "अब निकम्मी सरकार की विदाई तय, बिहार बदलाव के लिए वोट करेगा"
Monday, Oct 06, 2025-07:40 PM (IST)

Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के साथ ही सूबे की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने चुनाव आयोग के दो चरणों में मतदान के फैसले (6 और 11 नवंबर) का स्वागत करते हुए कहा कि यह चुनाव बिहार के बदलाव की शुरुआत है। उन्होंने मौजूदा सरकार पर तीखा वार करते हुए कहा कि बिहार अब अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करेगा, न कि जाति और धर्म के नाम पर।
“निकम्मी सरकार की विदाई तय”
प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह चुनाव बिहार की जनता के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित होगा। उन्होंने दावा किया कि अब जनता मौजूदा “निकम्मी सरकार” को बाहर का रास्ता दिखाएगी और राज्य में एक नई राजनीति की शुरुआत होगी।
बिहार में त्रिकोणीय मुकाबला तय
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार का चुनाव अब पूरी तरह से त्रिकोणीय मुकाबले में बदल चुका है — एनडीए, महागठबंधन और जन सुराज के बीच।
उन्होंने कहा, “लोग हमें वोटकटवा पार्टी कहते हैं, लेकिन हम इतने वोट काटेंगे कि दोनों गठबंधनों की हालत खराब हो जाएगी।”
पीके ने बताया कि पिछले चुनाव में दोनों गठबंधनों को करीब 72% वोट मिले थे, और अगर जन सुराज 10-15% वोट अपनी ओर खींच लेता है, तो अगली सरकार उन्हीं की बनेगी।
“2 चरणों में चुनाव का फायदा हमें होगा”
प्रशांत किशोर ने कहा कि दो चरणों में चुनाव होना जन सुराज के लिए फायदेमंद है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “एनडीए को समझ में आ गया है कि प्रचार का अब कोई असर नहीं होने वाला, इसलिए चुनाव दो चरणों में कराया जा रहा है।”
चिराग और अशोक चौधरी पर तंज
उन्होंने चिराग पासवान की तारीफ करते हुए कहा कि वह जाति-धर्म की राजनीति नहीं कर रहे हैं, लेकिन “बिहार की असली राजनीति” से दूर हैं।
वहीं जेडीयू नेता अशोक चौधरी पर कटाक्ष करते हुए बोले — “जब हमने अशोक चौधरी को पानी पिला दिया, तो अब वो जनता की अदालत में जाने की बात कर रहे हैं।”
“नीतीश कुमार अब अणे मार्ग पर दही-चूड़ा नहीं खा पाएंगे”
अपने आक्रामक तेवर में पीके ने बड़ा दावा किया — “अब देखिए आगे क्या होता है, अगला दही-चूड़ा नीतीश कुमार एक अणे मार्ग में नहीं खा पाएंगे।”
उनका यह बयान बताता है कि जन सुराज इस बार बिहार के दोनों प्रमुख गठबंधनों के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरने वाला है।
जन सुराज में भगदड़ की खबरों को किया खारिज
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि जन सुराज में किसी तरह की कोई भगदड़ नहीं है। सभी कार्यकर्ता पूरी निष्ठा से बदलाव की राजनीति के लिए काम कर रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अब सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि नई राजनीति बनाम पुरानी राजनीति की जंग बन चुका है। प्रशांत किशोर के तेवर देखकर साफ है कि यह चुनाव बिहार के राजनीतिक इतिहास में कई समीकरण बदलने वाला है।