Rosera Assembly Seat: रोसड़ा विधानसभा सीट पर क्या फिर से खिल सकता है ‘कमल’?।। Bihar Election 2025
Thursday, Oct 02, 2025-05:58 PM (IST)
Rosera Assembly Seat: रोसड़ा विधानसभा सीट समस्तीपुर लोकसभा के तहत आता है....रोसड़ा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1951 में रोसड़ा विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। 1951 और 1957 में रोसड़ा सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट महाबीर राउत ने जीत हासिल की थी। 1962 में हुए चुनाव में रोसड़ा सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट रमाकांत झा ने जीत हासिल की थी। वहीं 1967 में रोस़ड़ा सीट से संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर आर के झा ने जनता का समर्थन हासिल किया था।1969 में कांग्रेस की टिकट पर रोसड़ा से शाहदेव महतो ने जीत हासिल की थी। 1972 में रोसड़ा सीट से भारतीय जनसंघ के कैंडिडेट रामाश्रय राय ने जीत हासिल की थी। 1977 में निर्दलीय कैंडिडेट प्रयाग मंडल ने रोसड़ा सीट पर विरोधियों को करारी शिकस्त दी थी। 1980 में कांग्रेस कैंडिडेट रामाश्रय राय ने रोसड़ा में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।
1985 के विधानसभा चुनाव में लोकदल की टिकट पर भोला मांडर ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 1990 और 1995 में रोसड़ा सीट पर हुए चुनाव में जनता दल की टिकट पर गजेंद्र प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव में यहां से एसएपी के टिकट पर अशोक कुमार ने जीत हासिल की थी। 2005 में हुए चुनाव में यहां से आरजेडी की टिकट पर गजेंद्र प्रसाद सिंह ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 2010 में बीजेपी की टिकट पर रोसड़ा से मंजू हजारी ने जीत हासिल किया था। वहीं 2015 में रोसड़ा सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट अशोक कुमार ने जीत हासिल किया था, लेकिन 2020 के चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट बीरेंद्र कुमार ने यहां बाजी पलट दी थी।
Rosera Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2020 के चुनाव में रोसड़ा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार वीरेंद्र कुमार ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। बीरेंद्र कुमार को 87 हजार एक सौ 63 वोट मिला था....तो कांग्रेसी कैंडिडेट नागेंद्र कुमार विकल 51 हजार चार सौ 19 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से बीरेंद्र कुमार ने नागेंद्र कुमार विकल को 35 हजार सात सौ 44 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट कृष्णा राज 22 हजार नौ सौ 95 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Rosera Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में रोसड़ा सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार अशोक सिंह ने जीत हासिल की थी। अशोक सिंह को 85 हजार पांच सौ छह वोट मिला था तो बीजेपी कैंडिडेट मंजू हजारी को 51 हजार एक सौ 45 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अशोक सिंह ने मंजू हजारी को 34 हजार तीन सौ 61 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई कैंडिडेट इंदल पासवान, 9हजार पांच सौ 43 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Rosera Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के चुनाव में रोसड़ा सीट से बीजेपी उम्मीदवार मंजू हजारी ने जीत हासिल की थी। मंजू हजारी को 57 हजार नौ सौ तीस वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट पीतांबर पासवान ने 45 हजार आठ सौ 11 वोट हासिल किया था। इस तरह से मंजू हजारी ने पीतांबर पासवान को 12 हजार एक सौ 19 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट सरिता देवी, 13 हजार नौ सौ 14 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
Rosera Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में रोसड़ा सीट से आरजेडी कैंडिडेट गजेंद्र प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। गजेंद्र प्रसाद सिंह को 38 हजार एक सौ 42 वोट मिला था तो जेडीयू कैंडिडेट अशोक कुमार को 35 हजार 10 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से गजेंद्र प्रसाद सिंह ने अशोक कुमार को 3 हजार एक सौ 32 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट कैलाश दास, 15 हजार नौ सौ 20 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
रोसड़ा सीट पर पासवान, रविदास, कोइरी और कुर्मी जाति के वोटरों का अच्छा-खासा असर है। 2020 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार ने कांग्रेसी कैंडिडेट को 35 हजार सात सौ 44 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। इसके अलावा चिराग पासवान के उम्मीदवार ने भी 22 हजार नौ सौ 95 वोट लाकर सबको हैरान कर दिया था। इस आंकड़े को देखें तो यही लगता है कि रोसड़ा सीट पर एनडीए के उम्मीदवार की स्थिति काफी मजबूत है।