रोहतास: जिस्मफरोशी के अड्डे पर पुलिस का छापा, कई भागीं, 5 गिरफ्तार
Thursday, Mar 06, 2025-11:46 AM (IST)

रोहतास: बिहार के रोहतास जिले में पुलिस ने रेड लाइट एरिया में जबरदस्त छापेमारी की, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। नटवार समेत अन्य स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान पुलिस की कार्रवाई की भनक लगते ही नर्तकियों में अफरा-तफरी मच गई। कई लड़कियां मौके से फरार हो गईं, जबकि कुछ को पुलिस ने मौके पर ही पकड़ लिया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह इलाका लंबे समय से ग़लत गतिविधियों का केंद्र बना हुआ था। कई बार शिकायतें भी आईं, लेकिन पहली बार इतनी बड़ी पुलिस कार्रवाई देखी गई। इस रेड के दौरान कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया, जबकि कई अन्य संदेह के घेरे में हैं।
41 लड़कियों को दलदल से निकाला गया, सत्यापन जारी
रोहतास एसपी रौशन कुमार ने बताया कि इस छापेमारी में 41 लड़कियों को इस दलदल से बाहर निकाला गया, जिनमें से कई अल्पायु थीं। पुलिस का मानना है कि इनमें से कई लड़कियों को धोखे या जबरन इस अवैध धंधे में धकेला गया था। इन लड़कियों का सत्यापन बाल कल्याण समिति द्वारा किया जा रहा है, ताकि उनकी सही पहचान हो सके और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके।
पुलिस को संदेह है कि इस अवैध धंधे के पीछे एक बड़ा संगठित गिरोह काम कर रहा था, जो लड़कियों की तस्करी और देह व्यापार से जुड़ा हुआ हो सकता है। फिलहाल, पुलिस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए जांच तेज कर दी है।
पुलिस हिरासत में 5 अभियुक्त, अपराधियों की तलाश जारी
इस कार्रवाई में 5 आरोपियों को हिरासत में लिया गया, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गोरखधंधे के पीछे कौन-कौन लोग शामिल थे। संभावना जताई जा रही है कि स्थानीय लोग और कुछ प्रभावशाली लोग भी इस रैकेट से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस रेड के जरिए कुछ अहम सुराग भी मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया, अवैध धंधे पर लगेगा विराम?
इस छापेमारी के बाद स्थानीय लोग पुलिस की कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि लंबे समय से यह इलाका ग़लत गतिविधियों का अड्डा बना हुआ था, लेकिन पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से अब उम्मीद जगी है कि इस पर रोक लगेगी। हालांकि, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अगर पुलिस इस रेड के बाद नियमित निगरानी नहीं रखती, तो यह गोरखधंधा फिर से फल-फूल सकता है। ऐसे में प्रशासन के लिए चुनौती होगी कि इस तरह के अवैध कामों को पूरी तरह खत्म किया जाए और दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाए।