श्रावणी मेला के लिए खाद्य एवं प्रसाद सामग्री के दाम तय, अधिक पैसे लेने पर होगी कार्रवाई

Monday, Jul 15, 2024-04:36 PM (IST)


दुमका:22 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावणी मेला को लेकर तैयारी जोर शोर से की जा रही है। बाबा के भक्तों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर कई बार बैठकें हो चुकी है। इस बैठक में श्रद्धालुओं को किसी भी चीज में अधिक पैसे न लगे इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है।

खाद्य सामग्री के निर्धारित दाम
जरमुंडी एसडीओ कौशल कुमार ने जरमुंडी में धर्मशाला के साथ खाने पीने की वस्तुओं के रेट तय कर दिए। यदि कोई भी अधिक पैसे लेता है तो कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के बैठक में सभी चीजों के दामों को तय किया गया है। नाश्ता चार पूड़ी, कचौड़ी, दो जलेबी व सब्जी 50 रुपये प्रति प्लेट, चाय स्पेशल 10 रुपये प्रति कुल्हड़,समोसा बड़ा ₹10 तथा छोटा ₹5, जलेबी 120 रुपया प्रति किलो, मसाला डोसा 60 रुपये प्रति पीस, चाउमीन 40 रुपये प्रति प्लेट, स्पेशल आलू परवल गोभी की सब्जी 60 रुपये प्रति प्लेट, मारवाड़ी बासा थाली (भरपेट भोजन) 120 रुपये, उसना चावल, रोटी, भुजिया, दाल, रसदार सब्जी, पापड़ अचार के साथ 60 रुपये प्रति प्लेट, अरवा चावल, रोटी, भुजिया, दाल, सब्जी, अचार, पापड़ – ₹60 प्रति प्लेट निर्धारित किए गए हैं। वहीं प्रसाद सामग्री पेड़ा (800 ग्राम खोआ, 200 ग्राम चीनी) 370 रुपये प्रति किलो, पेड़ा (700 ग्राम खोआ, 300 ग्राम चीनी) 300 रुपये प्रति किलो, इलायची दाना 80 रुपये प्रति किलो, चूड़ा (वर्धमान) 60 रुपये प्रति किलो, चूड़ा (स्थानीय) 50 रुपये प्रति किलो, चूड़ा (रायपुर) 60 रुपये प्रति किलो, चूड़ा (मध्य प्रदेश) ₹60 प्रति किलो के हिसाब से रेट तय किये गए हैं।

समय-समय पर धर्मशाला की होगी सुपरवाइजिंग
एसडीओ ने धर्मशाला संचालकों को सख्त निर्देश देते हुए धर्मशाला में रेट चार्ट को प्रदर्शित करने, यात्रियों के लिए बिजली, पानी, शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने और साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। होटल व्यवसायियों को कमर्शियल गैस सिलेंडर का ही प्रयोग करने को कहा गया है। घरेलू 14 किलोग्राम गैस सिलेंडर प्रयोग करते पकड़े जाने पर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि मेला में समय-समय पर धर्मशाला की सुपरवाईजिंग की जाएगी। निर्देश को न मानने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि  सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। एसडीआरएफ की टीम मौजूद रहेगी। वहीं अतिरिक्त बलों को भी लगाया जाएगा, ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी श्रद्धालुओं को नहीं हो। सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जाएगी। हेल्प डेस्क भी बनाए जाएंगे।


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Content Editor

Khushi

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