बोकारो के इस गांव में 200 साल से नहीं मनाई गई होली, ये है वजह...

3/5/2023 3:23:14 PM

बोकारो: होली रंगों तथा हंसी- खुशी का त्योहार है। यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो विश्वभर में मनाया जाता है। वहीं, झारखंड के बोकारो जिले के एक गांव में बीते 200 वर्षों से भी अधिक समय से होली नहीं मनाई गई है।

200 वर्षों से नहीं मनाई गई होली 
मामला जिले के कसमार प्रखंड के दुर्गापुर गांव का है। यहां 12 टोला में 1700 से अधिक लोग रहते हैं। इस गांव में 200 वर्षों से होली नहीं मनाई गई है। यहां के लोगों का कहना है कि अगर उन्होंने होली खेलने की भूल की तो गांव में बड़ी विपदा आ सकती है। दुर्गापुर के पाहन (पुजारी) बदन मुर्मू ने बताया कि पुरानी कथाओं के अनुसार रामगढ़ के राजा दलेल सिंह के सेनापति जब पश्चिम बंगाल के झालदा से रानी के लिए साड़ी खरीद कर लौट रहे थे। उसी दौरान दुर्गापुर के राजा दुर्गा प्रसाद की सेना ने शक के आधार पर सेनापति को बंदी बना लिया, जिससे रामगढ़ के राजा क्रोधित होकर अपने अपमान के बदले लेने के लिए दुर्गापुर के राजा दुर्गा प्रसाद देव की हत्या कर दी। इस लड़ाई में बेकसूर गांव वाले और बच्चे भी मारे गए थे। इसी शोक में यहां होली मनाना बंद हुआ था।

इसलिए नहीं मनाया जाता होली का त्यौहार
दूसरी ओर ग्रामीण परमेश्वर डूंगरी यार ने बताया कि उनके पूर्वज के द्वारा यह बताया गया है कि गांव के पहाड़ों में स्थित बड़राव पहाड़ी बाबा को रंग, अबीर व धूल पसंद नहीं है, जिस कारण उनके विपरीत जाकर त्यौहार मनाने से अनहोनी का डर होता है। इसलिए यहां होली का पर्व नहीं मनाया जाता है। होली के दिन भी सामान्य दिनचर्या होती है।


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Khushi

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