Sitamarhi Assembly Seat: सीतामढ़ी विधानसभा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट को हो सकता है नुकसान II  Bihar Election 2025

Saturday, Sep 27, 2025-05:46 PM (IST)

Sitamarhi Assembly Seat: बिहार के दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक सीतामढ़ी विधानसभा सीट भी है। सीतामढ़ी जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र सीतामढ़ी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। बता दें कि इस सीट पर पहली बार साल 1951 में हुए चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी के लीडर दामोदर झा को जीत मिली थी। 1957 में इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर के.शाही विधायक चुने गए थे। 1969 में इस सीट पर संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी का कब्जा रहा और श्याम सुंदर दास को जीत मिली थी। 1972 में यह सीट कम्युनिस्ट पार्टी के खाते में गई और राम स्वरूप सिंह विधायक चुने गए थे। 1977,1980 और 1985 में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। 

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1990 में यह सीट जनता दल के खाते में गई और शहीद अली खान इस सीट से विधायक चुने गए थे। 1995 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर हरि शंकर प्रसाद को जीत हासिल हुई थी। 2000 में इस सीट पर आरजेडी कैंडिडेट शहीद अली खान विधायक चुने गए थे। इसके बाद 2003, 2005 और 2010 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का ही कब्जा रहा लेकिन 2015 में सीतामढ़ी विधानसभा सीट पर आरजेडी उम्मीदवार सुनील कुमार को जीत हासिल हुई थी। वहीं 2020 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के टिकट पर मिथिलेश कुमार ने जीत का परचम लहराया था। इस बार भी सीतामढ़ी सीट पर बीजेपी और आरजेडी में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। 

एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर 

वहीं 2020 के चुनाव में सीतामढ़ी विधानसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट मिथिलेश कुमार ने जीत हासिल की थी। मिथिलेश कुमार 90 हजार दो सौ 36 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे। वहीं आरजेडी उम्मीदवार सुनील कुमार 78 हजार सात सौ 61 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे तो 2 हजार नौ सौ 79 वोट के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा था। 

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एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर 

वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट पर आरजेडी कैंडिडेट सुनीता देवी ने जीत हासिल की थी। सुनीता देवी ने बीजेपी उम्मीदवार सुनील कुमार को 14 हजार सात सौ 22 वोटों से हराया था। सुनीता देवी को कुल 81 हजार पांच सौ 57 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे सुनील कुमार को कुल 66 हजार आठ सौ 35 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रही नगीना देवी को कुल 3 हजार छह सौ 24 वोट मिले थे। 

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विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे 

वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट पर बीजेपी उम्मीदवार सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। सुनील कुमार ने लोजपा उम्मीदवार राघवेन्द्र कुमार सिंह को 5 हजार दो सौ 21 वोटों से हराया था। सुनील कुमार को कुल 51 हजार छह सौ 64 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे राघवेन्द्र कुमार सिंह को कुल 46 हजार चार सौ 43 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे बीएसपी कैंडिडेट अमरनाथ गुप्ता को कुल 8 हजार 55 वोट मिले थे। 


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विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजों पर नजर 

वहीं 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट पर बीजेपी कैंडिडेट सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। सुनील कुमार ने कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद खलील अंसारी को 21 हजार दो सौ 53 वोटों से हराया था। सुनील कुमार को कुल 50 हजार नौ सौ 73 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे मोहम्मद खलील अंसारी को कुल 29 हजार सात सौ 20 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे लोजपा कैंडिडेट डॉक्टर इन्दल सिंह नवीन को कुल 21 हजार सात सौ 76 वोट मिले थे। 

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जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के अनाप शनाप बयान से सीतामढ़ी सीट का समीकरण पूरी तरह से बदल गया है। अगर देवेश चंद्र ठाकुर के विवादित बयानों को लोग याद रखेंगे तो बीजेपी को सीतामढ़ी सीट पर भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। 


 


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Ramanjot

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