किसानों की टेंशन दूर करेगी बिहार सरकार, जंगली सुअर और घोड़परास पर नियंत्रण को लेकर चलाया जाएगा बड़ा अभियान
Wednesday, Aug 07, 2024-01:43 PM (IST)
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार कृषि विभाग जंगली सुअरों और घोड़परास पर नियंत्रण को लेकर बड़ा अभियान चलाने जा रहा है। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य के 34 जिलों में घोड़परास की कुल संख्या 2,95,866 तथा 30 जिलों में जंगली सूअर की संख्या 67,255 प्रतिवेदित हैं। घोड़परास झुण्ड में आकर फसलों को बर्बाद करते हैं तथा फसल को चर जाते हैं। साथ ही, फसलों को चबाकर एवं कुचलकर बर्बाद कर देते हैं। झाड़ी तथा फसलों यथा अरहर, गन्ना के खेतों में छिप जाते है तथा उन फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं।घोड़परास से बीज उत्पादन में भी काफी क्षति हो रही है। उन्होंने कहा कि वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पंचायती राज विभाग, कृषि विभाग तथा गृह (पुलिस) विभाग के क्षेत्रीय पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित कर घोड़परास एवं जंगली सूअर की समस्या के समाधान की रणनीति तैयार की जा रही है।
'इनकी संख्या को नियंत्रित करने हेतु की जायेगी आवश्यक कार्रवाई'
कृषि मंत्री ने बताया कि वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा सूचीबद्ध आखेटकों / शूटरों, सभी वन प्रमंडल पदाधिकारियों तथा घोड़परास और जंगली सूअर के चिन्हित जिलों में से प्रत्येक जिले के 10-10 मुखिया के साथ बैठक आयोजित कर इनकी संख्या को नियंत्रित करने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि आज यानी बुधवार को कृषि विभाग द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहयोग से सूचना भवन के संवाद कक्ष में कृषि विभाग के कार्यक्रम और उपलब्धि को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि मंत्री मंगल पांडेय, सचिव कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल, कृषि निदेशक मुकेश अग्रवाल मौजूद रहे।
इस दौरान मंगल पांडेय ने बताया कि इस वर्ष धान का कुल आच्छादन (रोपाई ) 36.54 लाख हेक्टेयर, मक्का का 2.93 लाख हेक्टेयर, अरहर 0.56 लाख हेक्टेयर, मूंग 0.70 लाख हेक्टेयर जबकि मोटे अनाज में बाजरा का 0.15 लाख हेक्टेयर, ज्वार का 0.16 लाख हेक्टेयर, महुआ 0.29 लाख हेक्टेयर और अन्य दलहन का 0.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मंगल पांडेय ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप अभी तक धान का आच्छादन 2968834 हेक्टेयर (80.55 प्रतिशत), मक्का का 273185 ( 91.74 प्रतिशत) , अरहर का 52135 हेक्टेयर (से 92.60 प्रतिशत), मूंग का 12699 हेक्टेयर (74.55 प्रतिशत), बाजरा का 10041 हेक्टेयर (63.10 प्रतिशत), ज्वार का 15697 हेक्टेयर (93.59 प्रतिशत), महुआ का 22309 हेक्टेयर (72.90 ) प्रतिशत और अन्य दलहन का 7824 हेक्टेयर( 68.16) प्रतिशत है।