कुर्मी को ST की सूची में शामिल करने पर आदिवासी समाज में आक्रोश, कहा- इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा

Sunday, Apr 14, 2024-12:41 PM (IST)

Ranchi: झारखंड में आदिवासी और कुर्मी संगठन आमने- सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं। कुर्मी समाज की ओर से झारखंड हाई कोर्ट में कुर्मी को आदिवासी का दर्जा के लिए याचिका दायर किया गया है, जिसे हाई कोर्ट द्वारा स्वीकार किये जाने के बाद आदिवासी समाज में जोरदार आक्रोश है।

आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर कुरमी संगठन की मांग का विरोध किया और कहा कि ये एक साजिश है जो कुछ नेताओं द्वारा झारखंड के सामाजिक सदभाव व सामाजिक सौहार्द को खराब करने की साजिश रची जा रही है जिसका सड़क से लेकर सदन तक जोरदार विरोध किया जाएगा और किसी भी कीमत पर इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

सामाजिक कार्यकर्ता व आदिवासी नेता शशि पन्ना ने कहा कि आदिवासी और कुर्मी जाति में धर्म, रीति- रिवाज, बोली व भाषा सहित कई विभिन्नताएं हैं। आदिवासी की संस्कृति और भाषा अलग है। आदिवासी समाज में 33 अलग जातियां है। हर जाति की अलग- अलग भाषा और संस्कृति है जबकि कुरमी जाति में ऐसा कोई भिन्नता नहीं दिखाई देता है। टीआरआई की रिपोर्ट भी इस बात के खिलाफ है। झारखंड के आदिवासी समाज इसके खिलाफ हाई कोर्ट में इंटरवेन कर सड़क से लेकर सदन तक इसकी लड़ाई लड़ेगा।


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Content Editor

Khushi

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