सरना धर्म कोड को जातिगत जनगणना में शामिल कराने की मांग तेज, राजभवन के बाहर कांग्रेस करेगी प्रदर्शन
Sunday, May 25, 2025-10:52 AM (IST)

रांची: झारखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरना धर्म कोड को मान्यता देने की मांग को लेकर कल यानी सोमवार को रांची में राजभवन के बाहर प्रदर्शन करेगी। पार्टी सांसद सुखदेव भगत ने यह जानकारी दी।
सुखदेव भगत ने कहा कि जनजातीय लोगों द्वारा अपनाए जाने वाले सरना धर्म को आगामी जनगणना का हिस्सा होना चाहिए। लोहरदगा से सांसद भगत ने कहा, ‘‘सरना कोड आदिवासियों की आस्था, परंपरा और धार्मिक पहचान से जुड़ा है। इसकी मान्यता की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन भाजपा इस मुद्दे पर चुप रही है।'' उन्होंने कहा कि देश में जनजातीय लोगों की आबादी लगभग 15 करोड़ है और वे प्रकृति की पूजा करते हैं।
सुखदेव भगत ने कहा, ‘‘जनगणना में हालांकि उनका कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन और बौद्ध आबादी के लिए कॉलम हैं। देश में जैन आबादी लगभग 40 लाख है और उनके लिए एक अलग कॉलम है। फिर भी, आदिवासियों की आस्था के लिए कोई अलग कॉलम नहीं है।'' भगत ने कहा, ‘‘सरकार देश में बाघों की संख्या तो गिनती है, लेकिन आदिवासियों की गिनती नहीं करना चाहती। इसलिए हम मांग करते हैं कि केंद्र आगामी जनगणना में सरना धर्म को शामिल करे।'' कांग्रेस राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है।