कल सरना धर्म कोड की मांग को लेकर कांग्रेस राजभवन के समक्ष करेगी प्रदर्शन, हजारों की संख्या में कार्यकर्ता लेंगे भाग
Sunday, May 25, 2025-06:26 PM (IST)

रांची: झारखंड में सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के राजू के निर्देशानुसार प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में कांग्रेस का एक दिवसीय धरना सह प्रदर्शन 26 मई को राजभवन के समक्ष आयोजित किया गया है। इसमें प्रदेश कांग्रेस के सभी वरीय नेतागण, मंत्री, विधायक गण, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक सांसद, पूर्व सांसद, जिला अध्यक्ष सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता भाग लेंगे। इसके पश्चात अपराह्न 3:00 बजे से आगामी नगर निकाय चुनाव के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों एवं जिला अध्यक्षों, कार्यकारी अध्यक्षों की बैठक बिहार क्लब में होगी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने जानकारी देते हुए बताया कि एक लंबे अरसे से आदिवासी समुदाय अपने धार्मिक पहचान को पाने के लिए सरना धर्म कोड की मांग कर रही है जिसका कांग्रेस पूरी तरह समर्थन करती है और चाहती है कि आगामी जनगणना में सरना धर्म कोड का कॉलम अंकित किया जाए। आदिवासी समुदाय कर रहन-सहन, पूजा पद्धति, मान्य परंपराएं सभी धर्मों से अलग है यह प्रकृति पूजक हैं, इनके धार्मिक पहचान को बनाए रखना समय की मांग है। लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत प्राप्त संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार यह एक गंभीर समसामयिक मांग है जिसे केंद्र सरकार को अविलंब मानना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राजनीति के चश्मे से हटकर केंद्र सरकार को इस मांग पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, झारखंड का सर्व समाज इस मांग पर एकमत है।
सोनाल शांति ने कहा कि सरना कोड लागू करने से सरकार पर कोई वित्तीय बोझ बढ़ाने वाला नहीं, किसी संविधान संशोधन की आवश्यकता नहीं है फिर भी झारखंड सरकार द्वारा सरना कोड के समर्थन में पारित बिल को केंद्र सरकार द्वारा ठंढे बस्ते में डालने और इसके विरोध में बातें करने का अचित समझ में नहीं आ रहा है। कल धरना प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस संविधान के कस्टोडियन राज्यपाल के समक्ष सरना कोड लागू करने की मांग को रखेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व में स्पष्ट कर दिया है कि सरना धर्म कोड की मांग को लेकर कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक पुरजोर लड़ाई लड़ेगी। जिस तरह हमने जातीय जनगणना की लड़ाई जीती है इस तरह सरना धर्मकोड की लड़ाई भी जीतेंगे।