सेवा समाप्ति पर पारा शिक्षकों में आक्रोश, हेमंत सरकार को दे डाली आंदोलन की चेतावनी
Monday, May 26, 2025-02:42 PM (IST)

Jharkhand News: झारखंड सरकार ने राज्यभर के पारा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं, जिससे राज्यभर के करीब 4000 पारा शिक्षकों की आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है। इनमें से 153 शिक्षक केवल दुमका जिले से हैं, जबकि गिरिडीह में 269 और देवघर में 98 पारा शिक्षकों को अप्रैल 2025 से वेतन बंद कर दिया गया है। इन सभी को एक चिट्ठी के माध्यम से बर्खास्तगी की सूचना दी गई है, जिसमें कहा गया है कि उनके द्वारा प्राप्त की गई डिग्री “अवैध” संस्थानों से है।
सरकार के इस फैसले के विरोध में पारा शिक्षक संगठनों ने सरकार के सामने अपनी मांगें रखते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। पारा शिक्षकों ने सरकार के समक्ष कुछ प्रमुख मांगें रखी है, जिनमें स्थायी नियुक्ति और वेतनमान की बहाली प्रमुख हैं। पारा शिक्षकों का कहना है कि वे लंबे समय से कम वेतन और अस्थायी नौकरी के हालात में काम कर रहे थे और अब सरकार ने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इस मुद्दे पर राज्यभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। शिक्षकों ने कहा है कि 50-52 वर्ष की आयु में वे कहां जायेंगे। कुछ शिक्षकों ने बैंक से लोन भी ले रखा है, अब इसे कौन चुकायेगा। उन्हें मजदूरों से भी कम मानदेय दिया गया।
पारा शिक्षकों ने कहा कि दो बार उनके प्रमाण पत्रों का वेरिफिकेशन कराया गया है, इसके बाद सरकार का ये रवैया समझ से परे है। शिक्षक संघ ने साफ किया कि यदि सरकार ने उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।