Prashant Kishor ने चंदा के जरिए 10 अरब रुपए इकट्ठा करने का चला दांव, क्या बिहार की जनता Jan suraj को देगी 1,000 रुपए की मदद
Friday, Nov 21, 2025-03:13 PM (IST)
पटना(विकास कुमार): बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों (Bihar Election Result) में पस्त होने के बाद जन सुराज (Jansuraj) के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने फिर से एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है। पार्टी के अभियान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने दस अरब रुपए इकट्ठा करने का इरादा जताया है। बताया जाता है कि बिहार में एक करोड़ लोग जन सुराज से जुड़े हुए हैं। प्रशांत किशोर (Prashant Kishor donation campaign) ने हर सक्रिय सदस्य से एक हजार रुपए मदद करने की अपील की है। अगर जन सुराज से जुड़े 1 करोड़ बिहारी एक एक हजार रुपए पार्टी फंड (Jansuraj fundraising) में मदद करेंगे तो कुल 10 अरब रुपए जमा हो जाएंगे।
प्रशांत किशोर ने भी अपनी अचल संपत्ति किया दान
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि, ‘पिछले 20 सालों में अर्जित अचल संपत्ति(दिल्ली वाले घर को छोड़ कर) बिहार की इस योजना के लिए दान कर रहे हैं। आज से भविष्य में मिलने वाली मेरी कुल आय का 90 फीसदी बिहार संकल्प यात्रा और इससे जुड़ी सामाजिक योजनाओं पर खर्च करेंगे’। वहीं प्रशांत किशोर ने दो टूक लहजे में अपने आलोचकों को ये बता दिया है कि वे अपने राजनीतिक मुहिम से पीछे नहीं हटने वाले हैं। पीके ने सरकार पर आपराधिक छवि के लोगों को मंत्री बनाने का भी आरोप लगाया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज चुनाव नहीं हारा है बल्कि उनकी सोच को कुचलने की कोशिश की गई है। उन्होंने बिहार के राजनीतिक अखाड़े में अड़े रहने का अटल संकल्प भी व्यक्त किया है।
15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा निकालेंगे प्रशांत किशोर
चंपारण के विश्व प्रसिद्ध भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिन के मौन अनशन के बाद प्रशांत किशोर ने भविष्य का एक्शन प्लान बताया है। प्रशांत किशोर ने मकर संक्रांति के बाद 15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा निकालने का ऐलान किया है। पीके ने बताया कि इस यात्रा के जरिए वे बिहार के आम लोगों से संवाद कायम करेंगे। प्रशांत किशोर ने बताया कि, ‘अगले 20 महीने तक वे प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक लड़ाई लड़ेंगे।सरकारी अधिकारी और महिलाओं तक भी अपनी बात पहुंचाएंगे’।
विधानसभा चुनाव के नतीजे के आने के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि प्रशांत किशोर अब बिहार की राजनीति से दूर हो जाएंगे,लेकिन आज के ऐलान से ये साबित हो गया है कि पीके मैदान छोड़ने वाले नहीं हैं। हालांकि जन सुराज के दस अरब रुपए का चंदा जुटाने का लक्ष्य पूरा करना मुमकिन नहीं लग रहा है।

