Prashant Kishor की Jan Suraaj Party को Bihar Exit Polls में कितनी सीटें मिलीं? क्या खुल पाएगा खाता?

Wednesday, Nov 12, 2025-05:43 AM (IST)

Bihar Exit Poll 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की दूसरी चरण की वोटिंग पूरी होते ही विभिन्न एग्जिट-पोल सामने आ गए। इन सर्वेक्षणों में प्रमुख ध्यान इस बात पर गया कि चुनावी रणनीतिकार-से-नेता Prashant Kishor द्वारा लॉन्च की गई Jan Suraaj Party (जन सुराज पार्टी) को लगभग न के बराबर सीटें दी गयीं।

“अर्श पे या फर्श पे” – पर एग्जिट-पोल में फर्श की ओर

प्रशांत किशोर लंबे समय से कह रहे थे कि उनकी पार्टी जीवन्त तीसरा विकल्प बनकर आएगी, यानी या तो बहुत अच्छा प्रदर्शन होगा या बहुत बुरा (अर्श पे या फर्श पे)। लेकिन एग्जिट-पोल के शुरुआती संकेतों ने इस दावे को एक चुनौती भरा रूप दे दिया — सर्वेक्षणों में Jan Suraaj को लगभग शून्य से-पांच सीटों तक का अनुमान दिया गया है। 

सत्तारूढ़ National Democratic Alliance (एनडीए) को बढ़त

वहीं दूसरी ओर, एनडीए गठबंधन को एग्जिट-पोल में बेहतर स्थिति में दिखाया गया है। पुराने गठबंधनों के मुकाबले इस बार एनडीए को वोटरों ने मौजूदा सरकार के कामकाज पर भरोसा जताया है।   विपक्षी Mahagathbandhan (महागठबंधन) को इस बार पिछड़ते हुए दिखाया जा रहा है, जबकि Jan Suraaj का प्रदर्शन उम्मीदों से काफी कम माना जा रहा है। 

सर्वेक्षणों में Jan Suraaj का वैसा असर नहीं

सर्वेक्षण एजेंसियों जैसे Matrize, People’s Insight, People’s Pulse, JVC, और P‑Mark में Jan Suraaj को 0–5 सीटों के बीच का अनुमान दिया गया था।  उदाहरण के लिए, People’s Pulse ने 0-5 सीटों का अनुमान दिया, JVC ने 0-1 सीट तक का।  मतलब साफ है कि सर्वेक्षणों के हिसाब से Jan Suraaj इस बार विधानसभा में बड़ी भूमिका निभाती नहीं दिख रही।

महागठबंधन के लिए भी झटका

2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन करीब 110 सीट तक गई थी, लेकिन इस बार अनुमान है कि इस संख्या में कमी होगी।   विपक्ष ने युवाओं, बेरोजगारी और सरकारी नौकरियों जैसे मुद्दों को बढ़ाया था, लेकिन एग्जिट-पोल बताते हैं कि जनसभाओं में दिखी भीड़ वोटों में तब्दील नहीं हुई।

एनडीए की मजबूत पकड़ का कारण

  • एनडीए की बढ़त का कारण माना जा रहा है:
  • राज्य में Nitish Kumar की लंबे समय की सरकार और अनुभव।
  • Narendra Modi की राष्ट्रीय स्तर की विकास-और-स्थिरता की छवि।
  • कोर मतदाता-मंडल के भीतर जमकर पसरी संगठनात्मक शक्ति।
  • महिलाओं और पहली-बार वोट देने वाले युवाओं में सरकार के कामकाज की सकारात्मक छवि। 

लेकिन याद रहे — एग्जिट-पोल अंतिम फैसला नहीं

हालांकि एग्जिट-पोल राज्य की राजनीतिक दिशा दिखाते हैं, लेकिन ये अंतिम सच्चाई नहीं होते। कई बार नतीजों में बड़ी उलटफेर देखने को मिली है। इसलिए अंतिम परिणाम का इंतजार करना अभी जरूरी है।

अंतिम नतीजे कब होंगे?

चुनाव के दोनों चरणों (6 नवंबर एवं 11 नवंबर 2025) के मतदान के बाद परिणाम-घड़ी 14 नवंबर 2025 को निर्धारित है। 


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Content Writer

Ramanjot

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