Bihar CM Nitish Kumar: इंजीनियर से सुशासन बाबू बनने तक का सफर, इकलौते बेटे निशांत राजनीति से दूर; जानिए नीतीश कुमार के बारे में सब कुछ
Thursday, Nov 20, 2025-02:30 PM (IST)
Bihar CM Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री के रुप में नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने आज 10वीं बार शपथ ली। रिकॉर्ड दसवीं बार शपथ लेकर बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार ने एक नया इतिहास रच दिया है। वहीं नीतीश का परिवार राजनीति से कोसों दूर है। उनके पिता रामलखन सिंह एक स्वतंत्रता सेनानी तो माता परमेश्वरी देवी एक गृहणी थी। वहीं उनकी पतनी स्वर्गीय मंजू कुमारी सिन्ह पेशे से अध्यापिका थीं। वहीं उनका बेटा निशांत कुमार का झुकाव अध्यातम की तरफ है। उनके पिता राम लखन सिंह 1952 के पहले आम चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।
इकलौती संतान निशांत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म पटना जिले के बख्तियारपुर में 1 मार्च 1951 को हुआ था। वो 4 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। घर और गांव में सब लोग उन्हें मुन्ना कहकर बुलाते थे। उन्होंने पटना के बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से 1972 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। लेकिन इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर उन्होंने जेपी आंदोलन का रास्ता चुना, जिसने उनके राजनीतिक जीवन की नींव रखी। 22 फरवरी 1973 को नीतीश कुमार मंजू कुमारी के साथ वैवाहिक बंधन में बंधे थे। लेकिन 2007 में मंजू कुमारी का निधन हो गया। नीतीश कुमार और मंजू कुमारी सिन्हा के इकलौती संतान निशांत कुमार है। निशांत कुमार ने बीआईटी मेसरा (रांची) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह आमतौर पर राजनीतिक से दूर रहते हैं।
अटल सरकार में रेल मंत्री रहे
अटल बिहारी वाजपेयी की 1998-1999 की सरकार में नीतीश कुमार रेल मंत्री रहे। फिर वो 2001 से 2004 तक वो कृषि मंत्री रहे। 2004 में वो नालंदा लोकसभा से चुनाव जीते, लेकिन अटल सरकार सत्ता से चली गई मगर 2005 में वो सीएम बने।नीतीश कुमार ने अपने लंबे राजनीतिक सफर में कई बार पाला बदला है। लेकिन हर बार वे सत्ता में वापसी करने में कामयाब रहे हैं।
गांव के मुन्ना से सुशासन बाबू बनने तक
2005 और 2010 के चुनावों में नीतीश ने कानून व्यवस्था और विकास के दम पर ऐतिहासिक सफलता हासिल की। सड़क, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के क्षेत्र में उनका मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आया। अब 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में 85 सीटों पर जीत हासिल कर फिर साबित किया कि उनका प्रभाव अभी भी मजबूती से कायम है।
जानिए नीतीश कुमार ने कब-कब ली CM पद की शपथ
1पहली बार (03-03-2000 से 10-03-2000)
नीतीश कुमार पहली बार मार्च 2000 में मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन बहुमत साबित न कर पाने के कारण महज सात दिन बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
2. दूसरी बार (24-11-2005 से 25-11-2010)
नीतीश कुमार दूसरी बार नवंबर 2005 में मुख्यमंत्री बने।
3. तीसरी बार (26-11-2010 से 19-05-2014)
नवंबर 2010 में नीतीश कुमार ने फिर से मुख्यमंत्री बने। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
4. चौथी बार (22-02-2015 से 19-11-2015)
फरवरी 2015 में नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बने।
5.पांचवीं बार (20-11-2015 से 26-07-2017)
इसके बाद NDA से अलग होकर वह लालू यादव के करीब आ गए और नवंबर 2015 में वह महागठबंधन सरकार (राजद और कांग्रेस के साथ) में मुख्यमंत्री बने थे।
6. छठवीं बार (27-07-2017 से 12-11-2020)
जुलाई 2017 में नीतीश ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया और फिर NDA के तरफ से मुख्यमंत्री बने।
7.सातवीं बार (16-11-2020 से 09-08-2022)
नवंबर 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद वह एनडीए सरकार में मुख्यमंत्री बने।
8. आठवीं बार (10-08-2022 से 28-01-2024)
नीतीश कुमार ने अगस्त 2022 में फिर से राजद के साथ महागठबंधन की सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बने।
9. नौवीं बार (28-01-2024)
जनवरी 2024 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया और फिर एनडीए में शामिल होकर नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
10. दसवीं बार
वहीं अब नीतीश कुमार 2025 में 10वीं बार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।
बता दें 2000 के विधानसभा चुनाव की तो उस समय किसी एक पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं मिला था। चुनाव के बाद अटल बिहारी लाल जी के कहने पर भाजपा के समर्थन से ही नीतीश ने पहली बार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तब नीतीश अटल सरकार में कृषि मंत्री थे। लेकिन, बहुमत नहीं होने के कारण उन्होंने 7 दिन में ही इस्तीफा दे दिया था। वहीं आज बिहार की कुल 243 सदस्यीय विधानसभा में राजग ने 202 सीट जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया है, जिसमें भाजपा को 89, जदयू को 85, लोजपा(रामविलास) को 19, हम को पांच और रालोमो को चार सीट मिलीं। भाषा यासिर माधव

