"बच्चों के सामने S/x की जिद करता है पति, कभी कपड़े उतारता है तो कभी..." महिला बोली- दूसरी औरत से भी अफेयर
Thursday, Dec 18, 2025-04:30 PM (IST)
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दिव्यांग महिला ने अपने ही पति पर बच्चों के सामने जबरन शारीरिक संबंध बनाने, मारपीट और प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने बताया कि पति शराब के नशे में आए दिन उसके साथ हिंसा करता था। प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने सखी वन स्टॉप सेंटर, पटना में शिकायत दर्ज कराई है।
2012 में हुई थी शादी
यह मामला पटना सिटी का है। महिला को बचपन में पोलियो हुआ था। दोनों की शादी साल 2012 में हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं। पति रिक्शा चालक है और 2018 में तमिलनाडु मजदूरी करने गया था। छठ पर्व पर घर लौटने के बाद से हिंसा बढ़ गई थी।
बच्चों के सामने कपड़े उतारने की कोशिश का आरोप
पीड़िता का आरोप है कि उसका पति रात के समय शराब पीकर घर आता था और बच्चों के सामने ही उसका कपड़ा उतारने की कोशिश करता था। जब वह इसका विरोध करती थी तो उसके साथ बेरहमी से मारपीट की जाती थी। महिला का कहना है कि इस व्यवहार से वह मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुकी है।
पति पर दूसरी महिला से अवैध संबंध का दावा
महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति का दूसरी महिला से अवैध संबंध है। वह दूसरी औरत से यह कहता है कि उसकी पत्नी मर चुकी है। एक दिन महिला ने अपने पति को दूसरी महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में भी देखा था। विरोध करने पर पति ने उसके साथ फिर मारपीट की। पीड़िता ने बताया कि पति रोज रात शराब पीकर आता था और उससे मारपीट करता था। एक बार तो मारपीट के दौरान उसके सिर से खून भी बहने लगा, जिसके बाद वह सखी वन स्टॉप सेंटर पहुंची।
पति ने आरोपों से किया इनकार
वहीं, पति विष्णु (36) ने पत्नी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उसने उल्टा पत्नी पर चरित्र से जुड़े आरोप लगाए हैं। पति का कहना है कि वह पत्नी को मोबाइल फोन इसलिए नहीं देता क्योंकि उसे शक है कि वह अन्य पुरुषों से बात करती है।
वन स्टॉप सेंटर की काउंसलर ने क्या कहा
सखी वन स्टॉप सेंटर की काउंसलर शिल्पी कुमारी ने बताया कि महिला 2 दिसंबर को गंभीर चोटों के साथ केंद्र पहुंची थी। उसके सिर से खून भी बह रहा था। पहले उसका मेडिकल उपचार कराया गया। जांच और पड़ोसियों से पूछताछ में पति द्वारा मारपीट की बात सामने आई है। दोनों की काउंसलिंग कराई गई, लेकिन फिलहाल आपसी सहमति नहीं बन सकी है।
आत्मनिर्भर बनना चाहती है पीड़िता
पीड़िता का कहना है कि वह दिव्यांग होने के बावजूद आत्मनिर्भर बनना चाहती है और काम करना चाहती है, जिसके लिए मोबाइल फोन उसकी जरूरत है। हालांकि पति इसके लिए तैयार नहीं है। फिलहाल मामले की अगली काउंसलिंग की तारीख तय की गई है और वन स्टॉप सेंटर की टीम पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है।

