NDA सरकार को घेरने की तैयारी! चुनाव से पहले ‘20 साल के 20 सवाल’ पूछेगी कांग्रेस, कन्हैया कुमार बोले- बिहार को बर्बाद कर दिया....
Saturday, Oct 04, 2025-05:30 PM (IST)

Kanhaiya Kumar News: भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के प्रभारी कन्हैया कुमार ने शनिवार को आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP)-जनता दल यूनाईटेड (JDU) सरकार ने बिहार को पिछले 20 सालों में बर्बाद और बदहाल कर दिया। कुमार ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, सदाकत आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा-जदयू सरकार ने बिहार को पिछले 20 सालों में बर्बाद और बदहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, पलायन, अपराध और संसाधनों की लूट सब चरम पर हैं।
कन्हैया कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस बिहार में सत्तारूढ़ दल से 20 साल की बदहाली पर 20 सवाल पूछेगी। कुमार ने कहा कि भागलपुर के जिस पावर प्लांट की हम चर्चा कर रहे हैं, उसकी शुरुआत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय हुई थी। उस समय राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर ये प्रोजेक्ट शुरू करना था, लेकिन बाद में यह अडानी को दे दिया गया। उन्होंने सवाल किया अडानी को इस प्रोजेक्ट के लिए एक रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन क्यों दी गई। इस प्रोजेक्ट के लिए अडानी ने जितना बजट रखा था, सरकार के पास भी उतना ही बजट आवंटित था, फिर ये प्रोजेक्ट अडानी को क्यों दे दिया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से कुल एक लाख करोड़ रुपए का मुनाफा होना है, जो अब बिहार के लोगों के पास नहीं, पीएम मोदी के दोस्त अडानी की तिजोरी में पहुंचेगा। एनएसएयूआई के नेता ने कहा कि जुलाई 2024-25 के बजट भाषण में भाजपा-जदयू सरकार ने बिहार के पिरपैंती में 21,400 करोड़ लागत की 2400 मेगावाट की विद्युत परियोजना की बड़ी घोषणा की थी लेकिन आज साफ हो गया कि यह घोषणा सिर्फ जुमलेबाज़ी थी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट की घोषणा को ताक पर रखकर इस परियोजना को अदानी पावर को सौंपा गया।
"बिहार को होगा हजारों करोड़ का नुकसान"
कुमार ने कटाक्ष किया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक पेड़ मां के नाम लगवाते हैं और पूरा जंगल उजाड़ देने के लिए अडानी को दे देते हैं। कन्हैया ने कहा कि बिहार सरकार ने अदानी पावर से 2400 मेगावाट बिजली 6.075 प्रति यूनिट की दर से 25 वर्षों के लिए खरीदने का समझौता किया है।जबकि यही अदानी कंपनी महाराष्ट्र में 3.67, यूपी में 3.727 और पश्चिम बंगाल में 3.6 प्रति यूनिट फिक्स चार्ज पर ठेके ले चुकी है। उन्होंने सवाल किया कि बिहार सरकार ने अदानी से रेट कम कराने के लिए बातचीत क्यों नहीं की? बिहार को इससे हजारों करोड़ का नुकसान होगा और सत्ता धारियों की जेब में बड़ी रकम जाएगी। कुमार ने कहा कि काफी दिनों से ये चर्चा थी कि बिहार में सर्वे होगा। ऐसे में वहां के लोग अपनी जमीनों के कागज लेकर, सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे थे और घूसखोरी के जल में फंस रहे थे। उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि सरकार को सर्वे नहीं करना है, इनकी गिद्ध द्दष्टि बिहार की जमीनों पर है। सरकार का वास्तविक मकसद है कि बिहार के लोगों की जमीनें छीनकर अपने करीबी दोस्तों को सौंप दी जाए।