नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम शुरू, कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने दिया नया विजन
Tuesday, Sep 23, 2025-07:04 PM (IST)

पटना:नवनियुक्त प्रखंड उद्यान अधिकारियों को राज्य की उद्यानिकी नीतियों एवं योजनाओं से अवगत कराने हेतु 23-24 सितंबर 2025 को कृषि भवन, पटना में दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार विजय कुमार सिन्हा उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार ने की।
नवनियुक्त प्रखंड उद्यान अधिकारियों के लिए एक उन्मुखीकरण कार्यक्रम कृषि भवन, मीठापुर, पटना में शुरू हुआ। यह कार्यक्रम उद्यान निदेशालय, बिहार द्वारा तकनीकी ज्ञान बढ़ाने, अधिकारियों को सरकारी योजनाओं से परिचित कराने और क्षेत्रीय स्तर पर कार्यान्वयन क्षमता को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारी बिहार की कृषि एवं उद्यानिकी को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। यह उन्मुखीकरण कार्यक्रम केवल प्रशिक्षण नहीं, बल्कि किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर है। उन्होंने कहा कि बिहार की उपजाऊ भूमि और विविध जलवायु का लाभ तभी मिलेगा जब आधुनिक तकनीक, गुणवत्तापूर्ण बीज, सिंचाई व्यवस्था और मूल्य संवर्धन की प्रक्रिया गाँव-गाँव तक पहुँचे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अधिकारी पारदर्शिता और नवाचार के साथ कार्य कर किसानों की आय दोगुनी करने में योगदान देंगे।
कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा कि यह उन्मुखीकरण कार्यक्रम बिहार की कृषि एवं उद्यानिकी के भविष्य की मजबूत नींव है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत उद्यानिकी को लाभकारी व्यवसाय बनाया जाए। उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता रखें, किसानों से सतत संवाद बनाएँ और उन्हें आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी कार्यकुशलता और ईमानदारी से उद्यानिकी क्षेत्र को नई दिशा मिलेगी तथा किसानों की आय में वृद्धि होगी।
उद्घाटन दिवस पर, आम, लीची, केला और अमरूद की उन्नत खेती के साथ-साथ पपीता, हल्दी, अदरक, प्याज और लहसुन जैसी फसलों की उन्नत तकनीकों पर केंद्रित सत्र आयोजित किए गए।
आईसीएआर अनुसंधान संस्थान के तकनीकी विशेषज्ञों और बागवानी निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने आधुनिक बागवानी पद्धतियों, एकीकृत कृषि प्रणालियों और उच्च तकनीक वाली बागवानी पर अपने विचार साझा किए। बागवानी अधिकारियों को बागवानी योजनाओं, अनुदान/सहायता प्रक्रियाओं और विभागीय प्राथमिकताओं से भी अवगत कराया गया।
दूसरे दिन (24 सितंबर 2025) के सत्रों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, छत पर बागवानी, संरक्षित खेती और सब्जी व बीज उत्पादन बढ़ाने की रणनीतियों जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। बागवानी फसलों में एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन और व्यावसायिक फूलों व सब्जियों के लिए टिकाऊ प्रणालियों के महत्व पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्मुखीकरण सत्र का समापन एक फीडबैक सत्र के साथ होगा। इस पहल का उद्देश्य नवनियुक्त प्रखंड बागवानी अधिकारियों को नवीनतम तकनीकी ज्ञान से सशक्त बनाना है, ताकि वे पूरे बिहार में बागवानी विकास को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा सकें।