"बिहार की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव, उद्योग ने कृषि को पीछे छोड़ा", मंत्री विजय चौधरी बोले- यह उपलब्धि केवल सांख्यिकीय ही नहीं है, बल्कि...
Friday, Sep 12, 2025-02:37 PM (IST)
Bihar News: बिहार के जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की वित्तीय वर्ष 2024-25 की रिपोर्ट के निष्कर्षों को साझा करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह गर्व की बात है कि राज्य की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आया है और पहली बार उद्योग क्षेत्र ने कृषि को पीछे छोड़ दिया है।
चौधरी ने कहा कि बिहार ने अपनी आर्थिक प्रगति में ऐतिहासिक छलांग लगाते हुए विकास दर के मामले में देश में दूसरा स्थान हासिल किया है, साथ ही पहली बार उद्योग ने कृषि क्षेत्र को पीछे छोड़ दिया है मंत्री ने बिहार में प्रति व्यक्ति आय के बारे में बोलते हुए कहा कि राज्य की प्रति व्यक्ति आय अब 76,000 रुपये को पार कर गई है, जो जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार को दर्शाती है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इतिहास में पहली बार, राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में औद्योगिक क्षेत्र का आकार कृषि से आगे निकल गया है। उन्होंने कहा कि दशकों से, बिहार एक कृषि प्रधान राज्य के रूप में जाना जाता रहा है लेकिन नवीनतम आंकड़े एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत देते हैं, जो बिहार के विकास के नए वाहक के रूप में उद्योग की बढ़ती ताकत को दर्शाते हैं।
चौधरी ने कहा, 'यह बिहार और उसके लोगों के लिए गर्व की बात है। औद्योगिक क्षेत्र की बढ़ोतरी सरकार की सुधारोन्मुखी नीतियों और निजी निवेश आकर्षित करने के प्रयासों की सफलता को दर्शाती है। यह बिहार के एक आधुनिक और विविध अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ते कदम का भी संकेत है।' उन्होंने कहा कि तमिलनाडु को छोड़कर, बिहार की विकास दर अन्य सभी राज्यों से आगे है, जो अतीत की चुनौतियों के बावजूद हासिल की गई प्रगति को रेखांकित करती है। चौधरी ने कहा कि यह उपलब्धि बिहार की अर्थव्यवस्था में एक संरचनात्मक परिवर्तन का प्रतीक है, जो संस्थागत सुधारों, बेहतर बुनियादी ढांचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनाए गए निवेश-अनुकूल माहौल से जन्मी है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि केवल सांख्यिकीय ही नहीं है, बल्कि बिहार की बदलती पहचान का प्रतीक है।, उन्होंने के कहा कि यह प्रगति राज्य में एक तेज़ी से उभरती अर्थव्यवस्था का संकेत दे रही है, जहाँ उद्योग भविष्य को आकार देने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

