कृषि निर्यात संगोष्ठी में गूंजी बिहार की ताकत, 9 लाख MT से अधिक कृषि उत्पाद का हुआ निर्यात

Friday, Sep 19, 2025-07:46 PM (IST)

पटना: उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री, बिहार विजय कुमार सिन्हा ने ‘कृषि निर्यात संगोष्ठी’ में कहा कि बिहार की विविध जलवायु राज्य को वर्षभर बागवानी एवं विभिन्न फसलों के उत्पादन में सक्षम बनाती है। हमारा राज्य कई फसलों के उत्पादन में देशभर में अग्रणी है। बिहार, लीची, मशरुम एवं मखाना का भारत में सर्वश्रेठ उत्पादक राज्य है साथ ही आलू एवं आम में तीसरा, शहद में चौथा तथा केले के उत्पादन में देश में सातवां सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। राज्य में मक्का क्रांति के फलस्वरूप वित्तीय वर्ष 2023 - 24 में बिहार देश का सबसे बड़ा मक्का उत्पादक राज्य रहा। 

साथ ही उपमुख्यमंत्री ने बताया कि बड़े पैमाने पर फसलों को क्लस्टर में खेती करने हेतु प्रोत्साहन दिया जा रहा है। यह संगोष्ठी उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग, बिहार सरकार एवं जागरण समूह के सहयोग से आयोजित की गई।"

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की पहचान इसकी समृद्ध कृषि में झलकती है।  राज्य के 6 उत्पादों को जी.आई. टैग प्राप्त है - मुजफ्फरपुर की शाही लीची, भागलपुर-बांका क्षेत्र का कतरनी चावल, मगध का मगही पान, पश्चिमी चम्पारण का मर्चा धान, मिथिला क्षेत्र का मिथिला मखाना एवं भागलपुर का जर्दालु आम।  ये उत्पाद बिहार की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक समृद्धि का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा निर्यात के माध्यम से राज्य की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने की संभावना रखते हैं तथा बिहार कृषि उत्पादों के निर्यात में अपार संभावनाओं के अवसर हैं।

खासतौर पर मखाना, जो एक वैश्विक सुपरफूड के रूप में हो चुका है, इसके अंतरराष्ट्रीय HSN कोड प्राप्त होने से निर्यात प्रक्रिया सरल और सुगम हो गई है। भारत सरकार ने हाल ही में मखाना बोर्ड के गठन का अधिसूचना जारी की है, जो पूरे देश में मखाना के प्रचार, विकास और विपणन को और अधिक सशक्त बनाएगा।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024-25 में बिहार से रु. 2,892 करोड़ मूल्य के 9 लाख मेट्रिक टन से अधिक के कृषि उत्पाद का निर्यात किया गया। हम अनुगृहित हैं कि हमारे अनुरोध पर केंद्र सरकार ने एपीडा (APEDA) का बिहार में क्षेत्रीय कार्यालय, हमारे कृषि भवन में स्थापित किया गया है। यह महत्वपूर्ण कदम किसानों, एफपीओ और निर्यातकों को प्रशिक्षण, गुणवत्ता नियंत्रण, पैकेजिंग और वैश्विक बाजार तक पहुँच बनाने में मानकों के अनुपालन में सहयोग प्रदान करेगा। इससे बिहार के कृषि निर्यात को तीव्र गति मिलेगी।

 कृषि मंत्री, बिहार, ने कहा कि इन प्रयासों एवं सुविधाओं से न केवल फसलों की गुणवत्ता में ह्रास को रोका जा सकेगा बल्कि किसानों की शुद्ध आय में  बढ़ोत्तरी होगी। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। 

 हम बिहार की कृषि एवं बागवानी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने हेतु एकत्रित हुए हैं, जोकि राज्य के उच्च मूल्य वाले कृषि-उत्पादों को वैश्विक बाजार से जोड़ने की दिशा में ठोस कदम साबित होगा।

अंत में उन्होंने सभी को संकल्प लेने हेतु अनुग्रह किया कि सब मिल कर बिहार को कृषि निर्यात के मानचित्र पर एक नई ऊँचाई पर पहुँचाने की दिशा में कार्य करें। साथ हि उन्होंने सभी किसान भाइयों, एफपीओ, सहकारी संस्थाओं, उद्यमियों और निजी निवेशकों से आग्रह किया कि वे बिहार द्वारा कृषि क्षेत्र के समग्र विकास हेतु लागू की जा रही नीतियों का लाभ लें एवं कृषि - उद्योग को एक लाभकारी व्यवसाय बनाएं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramanjot

Related News

static