Lok Sabha Election 2024: यादव और मुस्लिम वोटर्स तय करेंगे खगड़िया का नतीजा, चिराग के करिश्मे की होगी अग्नि परीक्षा
3/26/2024 4:09:17 PM
खगड़िया: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक खगड़िया लोकसभा सीट है। यह लोकसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आई। इस सीट पर देश में हुए दूसरे लोकसभा चुनाव के लिए लोगों ने पहली बार मतदान किया। साल 1957 में हुए इस चुनाव में कांग्रेस के जिया लाल मंडल ने जीत का परचम लहराया तो 1962 में भी यह सीट उनके खाते में ही गई। 1967 में इस सीट से SSP के कामेश्वर सिंह विजयी रहे। 1971 में भी यह सीट SSP के खाते में ही गई लेकिन इस बार सांसद शिवशंकर प्रसाद यादव बने। जबकि आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में इस सीट पर भारतीय लोकदल ने कब्जा जमाया और ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव सांसद बने।
1980 में यह सीट एक बार फिर से कांग्रेस के खाते में गई और सतीश प्रसाद सिंह सांसद बनने में कामयाब रहे। 1980 में भी इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा और चंद्र शेखर प्रसाद वर्मा सांसद चुने गए। 1989 में इस सीट पर जनता दल के राम शरण यादव ने जीत हासिल की। 1991 में भी यह सीट उनके खाते में ही गई। 1996 में भी यह सीट जनता दल के खाते में ही रही और अनिल कुमार यादव सांसद चुने गए जबकि 1998 में SAP के शकुनी चौधरी सांसद बने लेकिन 1999 में इस सीट पर JDU ने कब्जा जमाया और रेणु कुमारी सांसद बनी।
2004 में इस सीट पर RJD के रविंद्र कुमार राणा को जीत मिली जबकि 2009 में यह सीट JDU के दिनेश चंद्र यादव के खाते में गई। वहीं 2014 में इस सीट से एलजेपी के चौधरी महबूब अली कैसर सांसद चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी एलजेपी के कैंडिडेट चौधरी महबूब अली कैसर ने जीत हासिल की थी। गौरतलब है कि खगड़िया लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल 6 सीटें आती हैं जिनमें खगड़िया जिले की खगड़िया, बेलदौर, अलौली (एससी), परबत्ता के अलावा सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर और समस्तीपुर जिले की हसनपुर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में एलजेपी कैंडिडेट चौधरी महबूब अली कैसर ने जीत हासिल की थी। कैसर ने 5 लाख 10 हजार 193 वोट हासिल किया था। वहीं वीएसआईपी के कैंडिडेट मुकेश सहनी ने 2 लाख 61 हजार 623 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया तो निर्दलीय कैंडिडेट प्रियदर्शी दिनकर ने 51 हजार 847 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर एलजेपी के चौधरी महबूब अली कैसर ने 3 लाख 13 हजार 806 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं आरजेडी के कृष्णा कुमारी यादव 2 लाख 37 हजार 803 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी जबकि जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव को 2 लाख 20 हजार 316 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
साल 2009 की बात करें तो जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव ने 2 लाख 66 हजार 964 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं आरजेडी के रविंद्र कुमार राणा 1 लाख 28 हजार 209 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि कांग्रेस के चौधरी महबूब अली कैसर को 1 लाख 27 हजार 495 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
साल 2004 की बात करें तो आरजेडी के रविंद्र कुमार राणा ने 3 लाख 22 हजार 440 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं जेडीयू की रेणु कुमारी 2 लाख 55 हजार 317 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी जबकि बसपा के लक्ष्मण सहनी को 38 हजार 362 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
7 मई को खगड़िया लोकसभा सीट पर चुनाव होना है। इस सीट पर यादव वोटर्स ज्यादा हैं, जिनकी संख्या करीब साढ़े तीन लाख है। वहीं डेढ़ लाख मुसलमान वोटर्स और डेढ़ लाख निषाद वोटर्स हर चुनाव में निर्णायक भूमिका में रहते हैं। कुर्मी और कुशवाहा दोनों जातियों के मतदाताओं को मिला दें तो इनकी संख्या ढाई लाख के करीब है। खगड़िया सीट पर सवर्ण समुदाय के भी डेढ़ लाख वोटर्स हैं। इस बार यहां एनडीए और इंडिया गठबंधन में कड़ा मुकाबला होगा।