9 दिनों बाद भी बाहर नहीं निकल पाए झारखंड के मजदूर, 85 श्रमिकों ने काम करने से किया मना, बोले- कंपनी हमें जबरन सुरंग में भेज रही
Monday, Mar 03, 2025-10:44 AM (IST)
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Telangana Tunnel Accident: तेलंगाना के नगरकुरनूल में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) के निर्माणाधीन खंड का कुछ हिस्सा ढहने से सुरंग में फंसे 8 मजदूरों को 9 दिन बीत जाने के बाद भी बाहर नहीं निकाला गया है। आज रेस्क्यू का 10वां दिन है। फंसे मजदूरों में 4 झारखंड के मजदूर शामिल हैं। चारों गुमला के रहने वाले हैं। इनमें केवल 1 ही मजदूर शादीशुदा है।
किसी भी मजदूर के जीवित मिलने की संभावना बहुत कम
अंदर फंसे मजदूरों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। न ही आवाज लगाने पर मजदूरों की तरफ से जवाब आ रहा है। ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (GPR) की मदद से मलबे में दबे मजदूरों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, किसी भी मजदूर के जीवित मिलने की संभावना बहुत कम है। मलबा साफ करने और टनल के पानी को बाहर निकालने का काम चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी, NDRF, SDRF के अलावा राज्य सरकार की अन्य एजेंसियों के 600 के करीब कर्मी जुटे हैं। उत्तराखंड के सिल्क्यारा टनल में फंसे लोगों को निकालने वाली टीम को भी इसमें शामिल किया गया है। दरअसल, पानी और मलबा इस अभियान में कई बड़ी रुकावट पैदा कर रहा है। सुरंग के अंदर मलबा और भारी उपकरण जमा होने के कारण, टनल रेस्क्यू ऑपरेशन अन्य सुरंगों की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण है। इस अभियान में अब 11 राष्ट्रीय और राज्य एजेंसियां लगी हुई हैं। इनमें सेना, नौसेना, मार्कोस कमांडो, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, MORPH, सिंगरेनी, HYDRAA, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, नवयुग और एलएंडटी सुरंग विशेषज्ञ और राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) शामिल हैं। सिल्क्यारा टनल में फंसे लोगों को निकालने में मदद करने वाली रैट माइनर्स की टीम भी बचाव दल में शामिल है।
85 मजदूरों ने की घर वापसी
वहीं, तेलंगाना के नगरकुरनूल से 85 मजदूर गुमला लौट आये हैं। नहर का काम छोड़कर गुमला लौटे मजदूरों का कंपनी ने तीन माह की मजदूरी रोक दी है। 85 मजदूरों का कंपनी के पास करीब 50 लाख रुपये मजदूरी बकाया है। मजदूर मधु साहू ने बताया कि अब तेलंगाना में गुमला के मात्र आठ मजदूर फंसे हुए हैं जिसमें चार मजदूर आठ दिन से सुरंग में फंसे हैं जबकि चार मजदूर रसोईघर में कुक का काम कर रहे हैं।
तेलंगाना में रहने वाले सभी मजदूर गुमला लौटे
मजदूरों ने बताया कि नहर बना रही कंपनी के मैनेजर सुरंग में फंसे मजदूरों को खोजने के लिए हमें भी सुरंग में भेजने के लिए दबाव बना रहे थे। साथ ही जब से टनल हादसा हुआ है तब से हम लोगों के खाने पीने में परेशानी होने लगी। इस कारण गुमला के जितने भी मजदूर तेलंगाना में थे। वे सभी लौट आये हैं। शनिवार को 60 व रविवार को 25 मजदूर गुमला लौटे।