Raghopur Assembly Seat: राघोपुर विधानसभा सीट पर तेजस्वी यादव का चलता है जादू।। Bihar Election 2025
Friday, May 16, 2025-05:48 PM (IST)
Raghopur Assembly Seat: बिहार का राघोपुर विधानसभा सीट को सबसे हॉट माना जाता है, क्योंकि आरजेडी के सबसे प्रभावी नेता तेजस्वी यादव राघोपुर के ही विधायक हैं। वैशाली जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र हाजीपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह सीट तो 1951 से ही अस्तित्व में है लेकिन समय-समय पर इसकी सीमाएं परिवर्तित होती रही है। साल 1951 और 1957 में इस सीट पर कांग्रेस के हरिवंश नारायण सिंह विधायक चुने गए थे। 1962 में एसओसी के देवेंद्र सिन्हा राघोपुर से विधायक बने थे। इसके बाद 1967, 1969 और 1972 में इस सीट पर दो-दो विधायक चुने गए। 1967 में हुए चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के ए. गोइत और भारतीय जनसंघ के हरिवंश नारायण सिंह चुनाव जीते थे। 1969 में कांग्रेस के रामवृक्ष राय और बैद्यनाथ प्रसाद मेहता चुनाव जीते। 1972 में कांग्रेस की अमरेनिसा मिश्रा और एसओपी के बाबूलाल शास्त्री को जीत मिली।
वहीं, 1977 में यह सीट जनता पार्टी के खाते में गई और बाबूलाल शास्त्री चुनाव जीतने में दोबारा कामयाब हुए। 1980,1985 और 1990 में उदय नारायण राय यहां से तीन बार लगातार चुनाव जीते थे। 1995 में इस सीट पर जनता दल के टिकट पर लालू प्रसाद यादव चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे। इसके बाद 2000 से लेकर 2005 तक लगातार चार बार इस सीट पर राजद का कब्जा रहा। 2000 के उपचुनाव में राबड़ी देवी यहां से चुनाव जीतीं थी। 2000 के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से यहां से विधायक चुने गए थे। 2005 के फरवरी और अक्टूबर महीने में हुए चुनाव में यहां से राबड़ी देवी चुनाव जीतीं थीं। 2010 में यह सीट जेडीयू के सतीश कुमार ने राबड़ी देवी को हराकर सबको हैरान कर दिया था। 2015 में यह सीट एक बार फिर से राजद के खाते में गई और तेजस्वी यादव ने यहां से जीत का परचम लहराया था। वहीं 2020 में भी तेजस्वी यादव ने जीत का सिलसिला कायम रखा था। इस बार भी तेजस्वी यादव का राघोपुर सीट से चुनाव लड़ना तय है।
Raghopur Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2020 में राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव ने बड़ी मार्जिन से विरोधियों को शिकस्त दिया था। तेजस्वी यादव को 97 हजार चार सौ चार वोट मिले थे तो बीजेपी कैंडिडेट सतीश कुमार 59 हजार दो सौ 30 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से तेजस्वी यादव ने सतीश कुमार को 38 हजार एक सौ 74 वोट के बड़े भारी मार्जिन से मात दिया था। वहीं लोजपा कैंडिडेट राकेश रोशन 24 हजार नौ सौ 47 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Raghopur Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में राघोपुर सीट पर आरजेडी के लीडर तेजस्वी यादव ने जीत हासिल की थी। तेजस्वी यादव ने बीजेपी कैंडिडेट सतीश कुमार को 22 हजार सात सौ 33 वोटों से हराया था। तेजस्वी यादव को कुल 91 हजार दो सौ 36 वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रहे सतीश कुमार को कुल 68 हजार पांच सौ तीन वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे समाजवादी पार्टी के राकेश रोशन को कुल 5 हजार दो सौ 20 वोट मिले थे।
Raghopur Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में राघोपुर सीट पर जेडीयू के सतीश कुमार ने आरजेडी को चौंका दिया था। सतीश कुमार ने आरजेडी की बड़ी लीडर राबड़ी देवी को 13 हजार 6 वोटों से हराया था। सतीश कुमार को कुल 64 हजार दो सौ 22 वोट मिले थे।जबकि दूसरे नंबर पर रहीं राबड़ी देवी को कुल 51 हजार दो सौ 16 वोट मिले थे। तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय रिजवानुल आजम को कुल 3 हजार आठ सौ 77 वोट मिले थे।
Raghopur Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में आरजेडी लीडर राबड़ी देवी ने राघोपुर में जीत हासिल की थी। राबड़ी देवी ने जेडीयू कैंडिडेट सतीश कुमार को 5 हजार दो सौ 90 वोटों से हराया था। राबड़ी देवी को कुल 35 हजार आठ सौ 91 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे सतीश कुमार को कुल 30 हजार छह सौ एक वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे लोजपा कैंडिडेट प्रमोद कुमार सिंह को कुल 15 हजार एक सौ 37 वोट मिले थे।
1995 से लेकर अभी तक हुए चुनाव परिणामों पर नज़र डालें तो इस सीट पर केवल एक बार 2010 के चुनाव में लालू परिवार को हार का स्वाद चखना पड़ा था। इसलिए राघोपुर सीट को लालू यादव के परिवार का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है....इस सीट पर यादव वोटरों की संख्या 30 फीसदी से ज्यादा बताई जाती है। वहीं भूमिहार, राजपूत और पासवान मतदाताओं की संख्या भी यहां ठीक ठाक है। चिराग पासवान का साथ मिलने से इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार तेजस्वी यादव के सामने पहले से कुछ बेहतर कर सकते हैं, लेकिन इतना तो तय है कि राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव का कब्जा कायम रहेगा। इसलिए सबकी नजर उनकी जीत के मार्जिन पर टिकी हुई है।