Kishanganj Assembly Seat: किशनगंज सीट पर क्या ओवैसी पहुंचाएंगे कांग्रेस को नुकसान?।। Bihar Election 2025
Friday, Jul 04, 2025-06:09 PM (IST)
Kishanganj Assembly Seat: किशनगंज विधानसभा सीट बिहार की दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक है। किशनगंज विधानसभा सीट, किशनगंज लोकसभा सीट के तहत आता है। 1952 में किशनगंज सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट रावतमल अग्रवाल ने जीत हासिल की थी। 1957 में किशनगंज सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर अब्दुल हयात ने जनता का समर्थन हासिल किया था। वहीं 1962 के चुनाव में किशनगंज सीट से निर्दलीय कैंडिडेट मोहम्मद हुसैन आजाद ने जीत हासिल कर लिया था तो 1967 के चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर सुशीला कपूर ने जनता का भरोसा जीत लिया था 1969,1972 और 1977 के चुनाव में लगातार तीन बार रफीक आलम ने कांग्रेस पार्टी की टिकट पर किशनगंज में जीत का परचम लहराया था। वहीं जेएनपी एससी पार्टी की टिकट पर किशनगंज सीट से मोहम्मद मुश्ताक ने जीत हासिल कर लिया था।
1985 के चुनाव में भी मोहम्मद मुश्ताक ने किशनगंज सीट से लोकदल की टिकट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1990 में जनता दल के कैंडिडेट मोहम्मद मुश्ताक मुन्ना ने किशनगंज सीट पर जीत हासिल कर लिया था। वहीं 1995 के विधानसभा चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेस पार्टी के रफीक आलम ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 2000 के चुनाव में किशनगंज सीट पर आरजेडी के टिकट पर मोहम्मद तस्लीमुद्दीन ने जीत का परचम लहरा दिया था। वहीं 2005 के चुनाव में आरजेडी की टिकट पर किशनगंज सीट पर अख्तरूल इमान ने जीत हासिल कर लिया था। 2010 और 2015 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट मोहम्मद जावेद ने किशनगंज में विरोधियों को मात दे दिया था। 2020 के चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट इजहारूल हुसैन ने किशनगंज में जीत हासिल की थी। इस बार भी कांग्रेस इजहारूल हुसैन पर भरोसा कर सकती है।
Kishanganj Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेस कैंडिडेट इजहारूल हुसैन ने जीत का परचम लहराया था। इजहारूल हुसैन 61 हजार 78 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी कैंडिडेट स्वीटी सिंह 59 हजार छह सौ 97 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहीं थी। इस तरह से इजहारूल हुसैन ने स्वीटी सिंह को 13 सौ 81 वोट के बहुत कम मार्जिन से हराया था। वहीं मजलिस उम्मीदवार इकबाल होदा 41 हजार नौ सौ चार वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Kishanganj Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट मोहम्मद जावेद ने जीत हासिल की थी। मोहम्मद जावेद 66 हजार पांच सौ 22 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी की कैंडिडेट स्वीटी सिंह को 57 हजार नौ सौ 13 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से मोहम्मद जावेद ने स्वीटी सिंह को 8 हजार छह सौ नौ वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं मजलिस कैंडिडेट तासिरूद्दीन, 16 हजार चार सौ 40 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
Kishanganj Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट मोहम्मद जावेद ने जीत हासिल की थी। मोहम्मद जावेद ने चुनाव में 38 हजार आठ सौ 67 वोट हासिल किया था तो बीजेपी कैंडिडेट स्वीटी सिंह ने 38 हजार छह सौ तीन वोट हासिल किया था। इस तरह से मोहम्मद जावेद ने स्वीटी सिंह को महज दो सौ 64 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट तासिरूद्दीन ने 22 हजार 74 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Kishanganj Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में किशनगंज सीट से आरजेडी की टिकट पर अख्तरुल ईमान ने जीत हासिल की थी। अख्तरुल ईमान 47 हजार छह सौ 93 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी कैंडिडेट संजीव कुमार यादव को 39 हजार दो सौ 39 वोट मिला था। इस तरह से अख्तरूल ईमान ने संजीव कुमार यादव को 8 हजार चार सौ 54 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट मोहम्मद मुश्ताक मुन्ना ने 19 हजार चार सौ 86 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
किशनगंज विधानसभा सीट पर सबसे बड़ी भूमिका मुस्लिम मतदाताओं की है। इसके बाद यहां यादव, पासवान और ब्राह्मण वोटर निर्णायक संख्या में हैं। अगर ओवैसी की पार्टी ने इंडिया गठबंधन को नुकसान नहीं पहुंचाया तो यहां से कांग्रेस उम्मीदवार की जीत तय है।