नीतीश-सहनी के लिए सुसाइड स्क्वॉयड बने चिराग, पासवान की मार ना पड़ती तो JDU को आती 75 सीट

11/16/2020 3:45:09 PM

 

पटना(विकास कुमार): बिहार में चिराग पासवान एक ऐसे नेता के तौर पर उभरे जिसने दूसरी पार्टियों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से ही चुनाव लड़ा था। चिराग ने ना केवल जेडीयू बल्कि बीजेपी और वीआईपी को भी कई सीटों पर नुकसान पहुंचाया है। चुनावी नतीजों के आंकड़े बता रहे हैं कि चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने एनडीए को भारी नुकसान पहुंचाया। लोक जन शक्ति पार्टी ने सुसाइड स्क्वॉयड के तौर पर काम किया और एनडीए को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
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चिराग ने अपने लड़ाके उतार कर एनडीए को सीधे तौर पर 36 सीटों का नुकसान पहुंचाया है। जेडीयू को लोजपा की वजह से सीधा सीधा 32 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। अगर ये 32 सीट जेडीयू ने जीत लिए होते तो उनका सीटों का आंकड़ा 75 सीटों का होता। कई सीटों पर लोजपा को जितने वोट मिले, वे जेडीयू के कैंडिडेट के हार के मार्जिन से ज्यादा थे। लगता है यही गुणा गणित भांप कर नीतीश कुमार ने चिराग पासवान पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी बीजेपी पर डाल दी है।
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बिहार के विधानसभा चुनाव में लोजपा ने जेडीयू को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। पंजाब केसरी की टीम ने बिहार की सभी 243 सीट में से एक एक सीट में अलग अलग पार्टियों को मिले वोटों का गुणा गणित लगाया है। चिराग पासवान की वजह से बिहार की राजनीति की जो तस्वीर बदली है उसके बारे में तरह तरह के आकलन जारी किए जा रहे हैं, लेकिन पंजाब केसरी की टीम ने सभी सीटों का आकलन कर सटीक आंकड़ा तैयार किया है ताकि पता चल सके कि चिराग ने बिहार की राजनीति की तकदीर और तस्वीर पर कितना असर पड़ा है।

अभी तक केवल पंजाब केसरी ही बिहार में जेडीयू को हुए नुकसान की सटीक तस्वीर खींच रहा है क्योंकि हमने एक एक सीट पर जेडीयू, बीजेपी और वीआईपी को हुए नुकसान की बिल्कुल सही तस्वीर खींची है। ताकि हमारे दर्शक और पाठकों को पता चल पाए कि जेडीयू को कमजोर करने और आरजेडी को मजबूत करने में चिराग ने कितनी बड़ी भूमिका निभाई है। लोजपा ने अपने कैंडिडेट खड़े कर जेडीयू को 32 सीट, वीआईपी को 3 सीट और बीजेपी को एक सीट पर हरा दिया, यानी चिराग पासवान ने एनडीेेए को 36 सीटों पर चुनाव हरवा दिया।

अलौली सीट पर जेडीयू कैंडिडेट साधना देवी को 44 हजार 410 वोट मिले हैं, जबकि आरजेडी कैंडिडेट रामवृक्ष सदा ने 47 हजार 183 वोट हासिल कर लिया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट रामवृक्ष सदा ने जेडीयू कैंडिडेट साधना देवी को 2 हजार 773 वोट के बेहद कम अंतर से हरा दिया था, जबकि अलौली सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट रामचंद्र सदा ने 26 हजार 386 वोट हासिल किया था। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू आराम से अलौली सीट पर जीत का परचम लहरा सकती थी।

अतरी सीट पर जेडीयू कैंडिडेट मनोरमा देवी को 54 हजार 727 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट अजय यादव ने 62 हजार 658 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट अजय यादव ने जेडीयू कैंडिडेट मनोरमा देवी को 7 हजार 931 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि अतरी सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट अरविंद कुमार सिंह ने 25 हजार 873 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट मनोरमा देवी आराम से अतरी सीट पर जीत का परचम लहरा सकती थी।

बाजपट्टी सीट पर जेडीयू कैंडिडेट डॉक्टर रंजू गीता को 68 हजार 779 वोट मिले हैं, जबकि आरजेडी कैंडिडेट मुकेश कुमार यादव ने 71 हजार 483 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट मुकेश कुमार यादव ने जेडीयू कैंडिडेट रंजू गीता को 2 हजार 704 वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि बाजपट्टी सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट मोहम्मद इंतखाब आलम ने 6 हजार 183 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट डॉक्टर रंजू गीता आराम से बाजपट्टी सीट पर जीत का परचम लहरा सकती थी।

बड़हरिया सीट पर जेडीयू कैंडिडेट श्याम बहादूर सिंह को 68 हजार 234 वोट मिले हैं, जबकि आरजेडी कैंडिडेट बच्चा पांडे ने 71 हजार 793 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट बच्चा पांडे ने जेडीयू कैंडिडेट श्याम बहादूर सिंह को 3 हजार 559 वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि बड़हरिया सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट वीर बहादूर सिंह ने 5 हजार 65 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट श्याम बहादूर सिंह आराम से बड़हरिया सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

चकाई सीट पर जेडीयू कैंडिडेट संजय प्रसाद को 39 हजार 319 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट सावित्री देवी 44 हजार 967 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट सावित्री देवी ने जेडीयू कैंडिडेट संजय प्रसाद को महज 5 हजार 648 वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि चकाई सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट संजय कुमार मंडल ने 22 हजार 635 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट संजय प्रसाद आराम से चकाई सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

चेनारी सीट पर जेडीयू कैंडिडेट ललन पासवान को 53 हजार 698 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट मुरारी प्रसाद गौतम ने 71 हजार 701 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से कांग्रेसी कैंडिडेट मुरारी प्रसाद गौतम ने जेडीयू कैंडिडेट ललन पासवान को 18 हजार 3 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि चेनारी सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट चंद्रशेखर पासवान ने 18 हजार 74 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट ललन पासवान आराम से चेनारी सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

दरभंगा ग्रामीण सीट पर जेडीयू कैंडिडेट फराज फातमी को 62 हजार 788 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट ललित कुमार यादव ने 64 हजार 929 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट ललित कुमार यादव ने जेडीयू कैंडिडेट फराज फातमी को 2 हजार 141 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि दरभंगा ग्रामीण सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट प्रदीप कुमार ठाकुर ने 17 हजार 605 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट फराज फातमी आराम से दरभंगा ग्रामीण सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

धोरैया सीट पर जेडीयू कैंडिडेट मनीष कुमार को 75 हजार 959 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट भूदेव चौधरी ने 78 हजार 646 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट भूदेव चौधरी ने जेडीयू कैंडिडेट मनीष कुमार को 2 हजार 687 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि धोरैया सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट दीपक कुमार पासवान ने 4 हजार 81 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट मनीष कुमार आराम से धोरैया सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

एकमा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट सीता देवी को 39 हजार 948 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट श्रीकांत यादव ने 53 हजार 875 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट श्रीकांत यादव ने जेडीयू कैंडिडेट सीता देवी को 13 हजार 927 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि एकमा सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट कामेश्वर कुमार सिंह ने 29 हजार 992 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट सीता देवी आराम से एकमा सीट पर जीत का परचम लहरा सकती थीं।

गायघाट सीट पर जेडीयू कैंडिडेट महेश्वर प्रसाद यादव को 52 हजार 212 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट निरंजन रॉय ने 59 हजार 778 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट निरंजन रॉय ने जेडीयू कैंडिडेट महेश्वर प्रसाद यादव को 7 हजार 566 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि गायघाट सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट कोमल सिंह ने 36 हजार 851 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट महेश्वर प्रसाद यादव ने आराम से गायघाट सीट पर जीत का परचम लहरा सकती थीं।

इस्लामपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट चंद्रसेन प्रसाद को 64 हजार 390 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट राकेश कुमार रौशन ने 68 हजार 88 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट राकेश कुमार रौशन ने जेडीयू कैंडिडेट चंद्रसेन प्रसाद को 3 हजार 698 वोट के अंतर से हरा दिया था। जबकि इस्लामपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट नरेश प्रसाद सिंह ने 8 हजार 597 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट चंद्रसेन प्रसाद आराम से इस्लामपुर सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

जगदीशपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट सुषमा लता को 29 हजार 362 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट राम विशुन सिंह ने 66 हजार 632 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट राम विशुन सिंह ने जेडीयू कैंडिडेट सुषमा लता को 37 हजार 270 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि जगदीशपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने 44 हजार 525 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट चुनाव जीत सकते थे।

जमालपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट शैलेश कुमार को 52 हजार 764 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट अजय कुमार सिंह ने 57 हजार 196 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से कांग्रेसी कैंडिडेट अजय कुमार सिंह ने जेडीयू कैंडिडेट शैलेश कुमार को 4 हजार 432 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि जमालपुर सीट पर चिराग की पार्टी के कैंडिडेट दुर्गेश कुमार सिंह ने 14 हजार 643 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट चुनाव जीत सकते थे।

करगहर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट वशिष्ठ सिंह को 55 हजार 680 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट संतोष कुमार मिश्रा ने 59 हजार 763 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से कांग्रेसी कैंडिडेट संतोष कुमार मिश्रा ने जेडीयू कैंडिडेट वशिष्ठ सिंह को 4 हजार 83 वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि करगहर सीट पर चिराग की पार्टी के कैंडिडेट राकेश कुमार सिंह ने 16 हजार 988 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट चुनाव जीत सकते थे।

खगड़िया सीट पर जेडीयू कैंडिडेट पूनम देवी यादव को 43 हजार 980 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट छत्रपति यादव ने 46 हजार 980 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से कांग्रेसी कैंडिडेट छत्रपति यादव ने जेडीयू कैंडिडेट पूनम देवी यादव को तीन हजार वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि खगड़िया सीट पर चिराग की पार्टी लोजपा की कैंडिडेट रेणु कुमारी ने 20 हजार 719 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट बड़े मार्जिन से चुनाव जीत सकती थीं।

लौकहा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मेश्वर राय को 68 हजार 446 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट भारत भूषण मंडल ने 78 हजार 523 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट भारत भूषण मंडल ने जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मेश्वर राय को 10 हजार 77 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि लौकहा सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा की कैंडिडेट प्रमोद कुमार प्रियदर्शी ने 30 हजार 494 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मेश्वर राय बड़े मार्जिन से चुनाव जीत सकते थे।

महाराजगंज सीट पर जेडीयू कैंडिडेट हेम नारायण शाह को 46 हजार 849 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस कैंडिडेट विजय शंकर दुबे ने 48 हजार 825 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से कांग्रेस कैंडिडेट विजय शंकर दुबे ने जेडीयू कैंडिडेट हेम नारायण शाह को एक हजार 976 वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि महाराजगंज सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा की कैंडिडेट देव रंजन सिंह ने 18 हजार 278 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट हेम नारायण शाह चुनाव जीत सकते थे।

महनार सीट पर जेडीयू कैंडिडेट उमेश सिंह कुशवाहा को 53 हजार 774 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट बीना सिंह ने 61 हजार 721 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट बीना सिंह ने जेडीयू कैंडिडेट उमेश सिंह कुशवाहा को 7 हजार 947 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि महनार सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट रविन्द्र कुमार सिंह ने 31 हजार 315 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट उमेश सिंह कुशवाहा चुनाव जीत सकते थे।

महुआ सीट पर जेडीयू कैंडिडेट अश्मां परवीण को 48 हजार 893 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट मुकेश कुमार रौशन ने 62 हजार 580 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट मुकेश कुमार रौशन ने जेडीयू कैंडिडेट अश्मां परवीण को 13 हजार 687 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि महुआ सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट संजय कुमार सिंह ने 25 हजार 146 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट अश्मां परवीण चुनाव जीत सकते थे।

मीनापुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट मनोज कुमार को 44 हजार 506 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट राजीव कुमार ने 60 हजार 18 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट राजीव कुमार ने जेडीयू कैंडिडेट मनोज कुमार को 15 हजार 512 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि मीनापुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट अजय कुमार ने 43 हजार 496 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट मनोज कुमार चुनाव जीत सकते थे।

मोरवां सीट पर जेडीयू कैंडिडेट विद्यासागर सिंह निषाद को 48 हजार 883 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट रणविजय साहु ने 59 हजार 554 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट रणविजय साहु ने जेडीयू कैंडिडेट विद्यासागर सिंह निषाद को 10 हजार 671 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि मोरवां सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट अभय कुमार सिंह ने 23 हजार 884 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट विद्यासागर सिंह निषाद चुनाव जीत सकते थे।

नाथनगर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मीकांत मंडल को 71 हजार 76 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट अली अशरफ सिद्दकी ने 78 हजार 832 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट अली अशरफ सिद्दकी ने जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मीकांत मंडल को 7 हजार 756 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि नाथनगर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट अमर सिंह कुशवाह ने 14 हजार 715 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मीकांत मंडल चुनाव जीत सकते थे।

ओबरा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट सुनील कुमार को 25 हजार 234 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट ऋषि कुमार ने 63 हजार 662 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट ऋषि कुमार ने जेडीयू कैंडिडेट सुनील कुमार को 38 हजार 428 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि ओबरा सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट प्रकाश चंद्रा ने 40 हजार 994 वोट हासिल किया है। अगर यहां से जेडीयू या लोजपा ने ही टिकट दिया होता तो यहां से आरजेडी के कैंडिडेट की हार हो जाती।

पालीगंज सीट पर जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मीकांत मंडल को 71 हजार 76 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट अली अशरफ सिद्दकी ने 78 हजार 832 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट अली अशरफ सिद्दकी ने जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मीकांत मंडल को 7 हजार 756 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि नाथनगर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट अमर सिंह कुशवाहा ने 14 हजार 715 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट लक्ष्मीकांत मंडल चुनाव जीत सकते थे।

रघुनाथपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट राजेश्वर चौहान को 26 हजार 162 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट हरिशंकर यादव ने 67 हजार 757 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट हरिशंकर यादव ने जेडीयू कैंडिडेट राजेश्वर चौहान को 41 हजार 595 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि रघुनाथपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट मनोज कुमार सिंह ने 49 हजार 792 वोट हासिल किया है। अगर यहां से जेडीयू या लोजपा ने ही टिकट दिया होता तो यहां से आरजेडी के कैंडिडेट की हार हो जाती।

राजापाकर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट महेंद्र राम को 52 हजार 503 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट प्रतिमा कुमारी ने 54 हजार 299 वोट हासिल किया था। इस लिहाज कांग्रेसी कैंडिडेट प्रतिमा कुमारी ने जेडीयू कैंडिडेट महेंद्र राम को एक हजार 796 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि राजापाकर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट धनंजय कुमार ने 24 हजार 689 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो जेडीयू कैंडिडेट महेंद्र राम चुनाव जीत सकते थे।

साहेबपुर कमाल सीट पर जेडीयू कैंडिडेट शशिकांत कुमार शशि को 50 हजार 663 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट सतानंद संबुद्धा ने 64 हजार 888 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट सतानंद संबुद्धा ने जेडीयू कैंडिडेट शशिकांत कुमार शशि को 14 हजार 225 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि साहेबपुर कमाल सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट सुरेंद्र कुमार ने 22 हजार 871 वोट हासिल किया है। अगर यहां से लोजपा ने टिकट नहीं दिया होता तो यहां से आरजेडी के कैंडिडेट की हार हो जाती।

समस्तीपुर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट अश्वमेध देवी को 63 हजार 793 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट अख्तरूल इस्लाम शाहीन ने 68 हजार 507 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट अख्तरूल इस्लाम शाहीन ने जेडीयू कैंडिडेट अश्वमेध देवी को 4 हजार 714 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि समस्तीपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट महेंद्र प्रधान ने 12 हजार 74 वोट हासिल किया है। अगर यहां से लोजपा ने टिकट नहीं दिया होता तो यहां से आरजेडी के कैंडिडेट की हार हो जाती।

शेरघाटी सीट पर जेडीयू कैंडिडेट विनोद प्रसाद यादव को 45 हजार 114 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट मंजू अग्रवाल ने 61 हजार 804 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट मंजू अग्रवाल ने जेडीयू कैंडिडेट विनोद प्रसाद यादव को 16 हजार 690 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि शेरघाटी सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट मुकेश कुमार यादव ने 24 हजार 107 वोट हासिल किया है। अगर यहां से लोजपा ने टिकट नहीं दिया होता तो यहां से आरजेडी के कैंडिडेट की हार हो जाती।

सूर्यगढ़ा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट रामानंद मंडल को 52 हजार 717 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट प्रह्लाद यादव ने 62 हजार 306 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट प्रह्लाद यादव ने जेडीयू कैंडिडेट रामानंद मंडल को 9 हजार 589 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि सूर्यगढ़ा सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट रविशंकर प्रसाद सिंह ने 44 हजार 797 वोट हासिल किया है। अगर यहां से लोजपा ने टिकट नहीं दिया होता तो जेडीयू कैंडिडेट रामानंद मंडल आराम से चुनाव जीत सकते थे।

त्रिवेणीगंज सीट पर जेडीयू कैंडिडेट वीणा भारती को 52 हजार 717 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट प्रह्लाद यादव ने 62 हजार 306 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट प्रह्लाद यादव ने जेडीयू कैंडिडेट रामानंद मंडल को 9 हजार 589 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि सूर्यगढ़ा सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट रविशंकर प्रसाद सिंह ने 44 हजार 797 वोट हासिल किया है। अगर यहां से लोजपा ने टिकट नहीं दिया होता तो जेडीयू कैंडिडेट रामानंद मंडल आराम से चुनाव जीत सकते थे।

दिनारा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट जय कुमार सिंह को 27 हजार 252 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट विजय कुमार मंडल 59 हजार 541 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट विजय कुमार मंडल ने जेडीयू कैंडिडेट जय कुमार सिंह को 32 हजार 289 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि दिनारा सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट राजेंद्र प्रसाद सिंह ने 51 हजार 313 वोट हासिल किया है। अगर यहां से केवल चिराग या जेडीयू ने ही कैंडिडेट दिया होता तो आरजेडी यहां से चुनाव नहीं जीत सकती थी।

लोजपा के सुप्रीमो चिराग पासवान ने ना केवल जेडीयू को भारी नुकसान पहुंचाया बल्कि एनडीए के सहयोगी वीआईपी पार्टी को भी कई सीटों पर हरा दिया। चिराग पासवान ने वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी को भी सिमरी बख्तियारपुर में हरा दिया। चिराग पासवान की इस रणनीति से एनडीए में उनके खिलाफ विरोध के सुर तेज हो गए हैं। अब उन सीटों पर चर्चा करते हैं जहां चिराग पासवान ने मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को तीन सीट पर हरा दिया।

सिमरी बख्तियारपुर सीट पर वीआईपी कैंडिडेट मुकेश सहनी को 73 हजार 925 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट युसूफ सलाउद्दीन ने 75 हजार 684 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट युसूफ सलाउद्दीन ने वीआईपी कैंडिडेट मुकेश सहनी को एक हजार 759 वोट के कम अंतर से हरा दिया था, जबकि सिमरी बख्तियारपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट संजय कुमार सिंह ने 6 हजार 962 वोट हासिल किया है। अगर यहां से लोजपा ने टिकट नहीं दिया होता तो यहां से वीआईपी कैंडिडेट मुकेश सहनी आराम से चुनाव जीत सकते थे।

बनियापुर सीट पर वीआईपी कैंडिडेट वीरेंद्र कुमार ओझा को 37 हजार 405 वोट मिले हैं, जबकि आरजेडी कैंडिडेट केदार नाथ सिंह ने 65 हजार 194 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट केदार नाथ सिंह ने वीआईपी कैंडिडेट वीरेंद्र कुमार ओझा को 27 हजार 789 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि बनिय़ापुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट तारकेश्वर सिंह ने 33 हजार 82 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो वीआईपी कैंडिडेट वीरेंद्र कुमार ओझा आराम से बनियापुर सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

मधुबनी सीट पर वीआईपी कैंडिडेट सुमन कुमार महासेठ को 64 हजार 518 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी कैंडिडेट समीर कुमार महासेठ ने 71 हजार 332 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से आरजेडी कैंडिडेट भारत समीर कुमार महासेठ ने वीआईपी कैंडिडेट सुमन कुमार महासेठ को 6 हजार 814 वोट के अंतर से हरा दिया था, जबकि मधुबनी सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा की कैंडिडेट अरविंद कुमार पूर्वे ने 15 हजार 818 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो वीआईपी कैंडिडेट चुनाव जीत सकते थे।

ऐसा नहीं है कि चिराग पासवान ने केवल जेडीयू और वीआईपी की सीटों पर कैंडिडेट खड़ा कर उन्हें हराया, बल्कि भारतीय जनता पार्टी की भी कुछ सीटों को हराने में चिराग पासवान की अहम भूमिका रही है। चिराग पासवान ने बीजेपी को भागलपुर में हरा दिया। अगर चिराग ने इस सीट पर कैंडिडेट नहीं दिया होता तो बीजेपी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभर सकती थी।

भागलपुर सीट पर बीजेपी कैंडिडेट रोहित पांडे को 64 हजार 389 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट अजित शर्मा ने 65 हजार 502 वोट हासिल किया था। इस लिहाज से कांग्रेस कैंडिडेट अजित शर्मा ने बीजेपी कैंडिडेट रोहित पांडे को महज एक हजार 113 वोट के बेहद कम अंतर से हरा दिया था, जबकि भागलपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कैंडिडेट राजेश वर्मा ने 20 हजार 523 वोट हासिल किया है। अगर यहां से चिराग ने कैंडिडेट नहीं उतारा होता तो बीजेपी आराम से भागलपुर सीट पर जीत का परचम लहरा सकते थे।

इस लिहाज से देखा जाए तो चिराग पासवान ने एनडीए को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया। चिराग पासवान ने एनडीए को सीधा 36 सीटों पर हराने की भूमिका तैयार कर दी। अगर चिराग पासवान ने इन सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों को नहीं हराया होता तो महागठबंधन का आंकड़ा बहुत नीचे जा सकता था और एनडीए 161 सीटों पर जीत कर बिहार के विधानसभा चुनाव में बंपर बहुमत हासिल कर लेती और आरजेडी को अभी नीतीश कुमार पर हमला करने का मौका नहीं मिल पाता।
 


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Nitika

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