''मर्डर केस में सम्राट चौधरी को किया जाए गिरफ्तार'', प्रशांत किशोर की नीतीश सरकार से मांग- डिप्टी CM पद से भी करें बर्खास्त
Monday, Sep 29, 2025-06:20 PM (IST)

Prashant Kishor: चुनाव से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज है। राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। ऐसे में जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अब बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को भी निशाने पर ले लिया है। उन्होंने सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम पद से बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने की मांग की।
1995 में नाबालिग बताकर कराई थी जमानत
प्रशांत किशोर ने आज यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सम्राट चौधरी 1995 में भागलपुर जिले में हुए कुशवाहा जाति के सात लोगों के मर्डर केस में अभियुक्त थे और उनको नाबालिग बता कर जमानत कराई गई थी। उन्होंने कहा कि कोर्ट के समक्ष पेश किए गए कागजात में उनके जन्म का वर्ष 1981 और उम्र 15 साल बताई गई थी लेकिन 2020 के चुनाव नामांकन फॉर्म में चौधरी ने अपनी उम्र 51 साल लिखी है। उन्होंने कहा कि इस हिसाब से चौधरी की उम्र 1995 में 26 साल थी।
"सुनवाई नहीं हुई अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे"
प्रशांत किशोर ने कहा कि यह कृत्य अपराध की श्रेणी में आता है और यदि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करते है तो पहले मामले को लेकर उनकी पार्टी बिहार के राज्यपाल से मिलेगी और वहां भी सुनवाई नहीं हुई तो अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री बताएं कि बहुत पहले बिहार में हुए शिल्पी-गौतम रेप और मर्डर कांड में उनका नाम आया था या नही?
किशोर ने कहा कि कुछ नेता और पत्रकार उनकी पार्टी और फंडिंग पर सवाल उठाते रहते है तो इस संबंध में उन्हें भी सारी सूचना पारदर्शिता से जारी की जा रही है । उन्होंने अपनी पिछले तीन साल की कमाई 241 करोड़ घोषित की और कहा कि इसमे से उन्होंने करीब 31 करोड़ वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) तथा 20 करोड़ आयकर के मद में दिया हैं। उन्होंने कहा कि बचे रुपयों में से 98 करोड़ 50 लाख उन्होंने जनसुराज के पार्टी फंड में अपनी तरफ से दे दिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को चुनाव प्रबंधन या अन्य सहायता के लिए वह सलाह देते हैं उनसे ही आर्थिक मदद मिल रही है और सरकार अगर चाहे तो किसी भी एजेंसी से उनके लेनदेन की जाँच करवा सकती है।