शक्ति सिंह गोहिल ने कांग्रेस आलाकमान से की गुजारिश, कहा- मुझे बिहार के प्रभार से किया जाए मुक्त

1/5/2021 4:02:07 PM

पटनाः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लगभग 3 साल से बिहार के एआईसीसी प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी आलाकमान से जल्द से जल्द इस जिम्मेदारी से मुक्त करने का अनुरोध किया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं में एक और गुजरात से राज्यसभा सदस्य गोहिल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस संबंध में ट्वीट किया है।

गोहिल ने ट्वीट किया, ‘‘निजी कारणों से मैंने कांग्रेस आलाकमान से गुजारिश की है कि कुछ जिम्मेदारियों का बोझ घटाया जाए और बिहार के प्रभार से मुक्त किया जाए।'' गोहिल ने ट्वीट में अपनी पार्टी, बिहार, गुजरात और दिल्ली इकाई तथा कुछ अन्य सहयोगियों को भी टैग किया है। पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि पिछले नवंबर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए गोहिल पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं और ‘‘स्वास्थ्य कारणों'' से उन्होंने कुछ जिम्मेदारियों से मुक्त किए जाने का अनुरोध किया है। वहीं गोहिल के ट्वीट के बाद सत्तारूढ़ राजग ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया।

विपक्षी महागठबंधन में शामिल दलों ने भी पूर्व में कांग्रेस पर निशाना साधा था। जद (यू) प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने एक बयान में कहा, ‘‘शक्तिसिंह गोहिल द्वारा बिहार कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह कांग्रेस की बिगड़ती सेहत से पल्ला झाड़ने की कोशिश है। गोहिल को पता है कि पार्टी का कोई भविष्य नहीं है, गुटबंदी चरम पर है, इसलिए उन्होंने बुद्धिमानी के साथ दूसरे कार्यों का हवाला देकर खुद को अलग करने की कोशिश की है।'' भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने भी गोहिल द्वारा ट्विटर पर इस तरह का अनुरोध करने के लिए कांग्रेस पर तंज कसा। आनंद ने कहा, ‘‘यह इंगित करता है कि पार्टी का अस्तित्व खत्म होने वाला है। कार्यकर्ता बचे नहीं है। पार्टी की मौजूदगी महज फेसबुक और ट्विटर तक सीमित हो चुकी है।'' पिछले साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के बाद यह घटनाक्रम हुआ है।

निजी कारणो से मैंने कांग्रेस आलाकमान से गुज़ारिश कि है की मुजे लाइट जिम्मेवारी दी जाए और बिहार के प्रभार से मुक्त किया जाए। Due to personal reasons, I have requested our Party High Command to allocate me lighter work for next few months and to relieve me ASAP as #Bihar incharge🙏 pic.twitter.com/V9GZY0PsN5

— Shaktisinh Gohil (@shaktisinhgohil) January 4, 2021


बता दें कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर में हुए चुनाव में पार्टी 243 सदस्यीय विधानसभा की 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन उसे केवल 19 सीटों पर जीत मिली। महागठबंधन में शामिल राजद के शिवानंद तिवारी समेत कुछ नेताओं ने कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाए थे। भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य ने भी कहा था कि कांग्रेस को ज्यादा सीटें दी गई लेकिन वह जीत नहीं पाई। ’

 


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Nitika

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