बिहार में NDA के टिकट पर पहली बार जीते 10 सांसद विजयी पताका लहराने के लिए फिर से हैं तैयार

3/27/2024 3:14:17 PM

 

पटनाः बिहार में इस बार के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर पहली बार जीते 10 सासंद फिर से चुनावी रणभूमि में विजयी पताका लहराने के लिए तैयार हैं।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में राजग में शामिल भाजपा, जदयू और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने दिग्गज नेताओं के साथ ही 14 नए चेहरों पर भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया था, जिसमें सभी 14 नए प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से तीन नए चेहरे चुनावी मैदान में उतरे। भाजपा ने पटना साहिब से वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद, मधुबनी से हुकुमदेव नारायण के पुत्र और केवटी विधानसभा से पूर्व विधायक अशोक कुमार यादव और दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया। सभी नए उम्मीदवारों ने चुनाव में अपनी शानदार पारी का आगाज किया। इससे पूर्व पटना साहिब सीट पर दो बार से सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा विजयी बने थे। इस सीट से रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस प्रत्याशी सिन्हा को दो लाख 84 हजार 657 मतों से पराजित किया था। इस बार के चुनाव में भाजपा के तीनों सांसद रवि शंकर प्रसाद, अशोक कुमार यादव और गोपालजी ठाकुर दूसरी बार चुनावी रणभूमि में विजयी पताका लहराने के लिये तैयार हैं।

जदयू के टिकट पर 8 नए चेहरों ने पहली बार लोकसभा 2019 के चुनाव में अपनी किस्मत आजमायी और सभी उम्मीदवारों ने कामयाबी का परचम लहराया। इन आठ सीटों में सीतामढ़ी से पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू, झंझारपुर से रामप्रीत मंडल, कटिहार से पूर्व मंत्री दुलाल चंद गोस्वामी, गोपालगंज (सु) से डॉ. आलोक कुमार सुमन, सीवान से दरौंधा की विधायक और बाहुबली अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह, भागलपुर से नाथनगर के विधायक अजय कुमार मंडल ,जहानाबाद से पूर्व विधान पार्षद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और गया (सु) से विजय कुमार मांझी शामिल है। इस बार के चुनाव में जदयू ने इन आठ सांसदो में से सीवान से कविता सिंह, सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू को गया (सु) से विजय कुमार मांझी को बेटिकट कर दिया हैं।

वहीं, पांच सीट झंझारपुर, कटिहार, गोपालगंज (सु), भागलपुर और जहानबाद से जदयू के सांसद फिर से चुनावी संग्राम में विजयी पताका लहराने के लिये तैयार हैं। इन सबके साथ ही सुपौल से पहली बार सांसद बनें दिलेश्वर कामत भी लगातार दूसरी बार इस सीट से चुनावी पताका लहराने के लिए बेताब हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट से बैद्यनाथ प्रसाद महतो ने जदयू के टिकट पर जीत हासिल की थी। वर्ष 2020 में बैंधनाथ प्रसाद महतो के निधन के बाद हुे उपचुनाव में बैद्यनाथ प्रसाद महतो के पुत्र सुनील कुमार कुशवाहा ने जदयू के टिकट पर जीत दर्ज की।

सुनील कुमार कुशवाहा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार चुनावी पताका लहराने की कोशिश में हैं। इसी तरह लोजपा की ओर से भी वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में तीन नए चेहरे अपनी किस्मत आजमाते नजर आएं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने हाजीपुर (सु) सीट, नवादा से पूर्व बाहुबली सांसद सूरजभान सिंह के भाई चंदन सिंह और वैशाली से वीणा देवी पहली बार लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरी। लोजपा के सभी तीनों उम्मीदवार चुनावी संग्राम में विजयी बनें। इस बार के चुनाव में राजग में शामिल चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-रामविलास) को पांच सीटें मिली हैं, हालांकि उसने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामो की घोषणा नहीं की हैं।

वहीं कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने सीट बंटवारे को लेकर राजग का दामन छोड़ दिया है। लोजपा में टूट के बाद चंदन सिंह अपने बड़े भाई सूरजभान सिंह के साथ पशुपति पारस के खेमे में शामिल हो गए थे। सीटो में तालमेल के तहत लोजपा के कोटे से भाजपा के हिस्से में आई नवादा सीट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के पुत्र और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। विवेक ठाकुर पहली बार लोकसभा के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।


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Nitika

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