सरना समिति ने राम मंदिर के लिए स्थल से मिट्टी ले जाने का किया विरोध

7/28/2020 1:42:54 PM

रामगढ़ः सरना समिति ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए झारखंड के सरना स्थल समेत अन्य आदिवासी समुदाय के पूजा स्थलों की मिट्टी को ले जाने का विरोध करते हुए सोमवार को कहा कि सरना स्थल से किसी प्रकार के पत्ते, फूल तथा लकड़ी ले जाना वर्जित हैं।

जानकारी के अनुसार, सरना समिति बोरोबिंग से जुड़े सतीश मुंडा, शिवनंदन मुंडा एवं जगरनाथ बेदिया ने संयुक्त रूप से कहा कि पूजा स्थल की मिट्टी, फूल, पत्ते एवं लकड़ी कहीं और ले जाना आदिवासी परंपरा के विपरीत है। समाज किसी भी सूरत में सरना स्थल की मिट्टी नहीं देगा। सरना स्थल की मिट्टी को अयोध्या ले जाने का समिति विरोध करती है। उन्होंने कहा कि सरना स्थल की मिट्टी लेना विश्व हिंदू परिषद का मात्र ढोंग है। हर बार सरना स्थल से ली गई मिट्टी को कूड़ेदान में ही फेंक दिया जाता है। समिति ने कहा कि आदिवासी परंपरा और धर्म के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे।

आदिवासी समाज में पूर्वजों से चली आ रही मान्यताओं के अनुसार सरना स्थल से किसी प्रकार के पत्ते, फूल तथा लकड़ी ले जाना वर्जित हैं। इस नियम के विरुद्ध काम करने वालों के साथ-साथ समाज में बुरा प्रभाव पड़ता है। वहीं, विपत्ति एवं आपदाएं आती है। सरना स्थल समस्त आदिवासी समाज एवं समुदाय के बोंगाबुरू (कुल देवी-देवताओं) की संपत्ति है। लोग सरना स्थल की निगरानी रखेंगे। सरना समिति ने खिजरी के पूर्व विधायक रामकुमार पहान, गंगोत्री कुजूर सहित कई लोगों का पुतला दहन कर विरोध जताया।  


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Diksha kanojia

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