नेग न मिलने पर नर्स ने कराया गर्भवती महिला को 5 घंटे इंतजार, नवजात की हुई गर्भ में ही मौत, BJP ने की बर्खास्तगी की मांग
Monday, Dec 26, 2022-12:59 PM (IST)

लातेहार: झारखंड के लातेहार जिले से इंसानियत को तार-तार कर देने वाली घटना सामने आई है जहां अस्पताल की नर्सों ने 18000 रुपए नेग के लिए 5 घंटे तक एक महिला का प्रसव रोक दिया। परिजनों ने 5 घंटे बाद कान की बाली निकाल कर दी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी क्योंकि गर्भ में ही नवजात की मौत हो गई थी।
पत्थर दिल नर्सों ने नेग के लिए रोका प्रसव
मामला जिले के हेरहंज प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। यहां बीते शनिवार दर्द से तड़पती एक दलित समुदाय की महिला प्रसव के लिए आई थी। 2 नर्स ने प्रसव से पहले 18,000 रुपयों का नेग मांगा। पीड़ित महिला के परिजनों ने इतनी रकम देने से मना कर दिया, जिसकी वजह से पत्थर दिल नर्सों ने प्रसव ही रोक दिया। पीड़ित महिला को दर्द से तड़पता देख परिजनों ने आखिर 5 घंटे बाद नर्सों को कान की बाली निकालकर दी। इसके बाद प्रसव कराया गया, लेकिन तब तक गर्भ में ही मासूम की मौत हो चुकी थी।
"समय रहते कराया जाता प्रसव तो बच जाती बच्चे की जान"
इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते प्रसव कराया गया होता तो उनके बच्चे की जान बच गई होती। परिजनों ने आरोपी नर्सिंग कर्मियों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर नर्सिंग कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हंगामे की सूचना पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुरेश राम और बीडीओ प्रदीप कुमार दास मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से बात करने के बाद दोनों नर्सों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
BJP ने की बर्खास्तगी की मांग
इस घटना के बाद हेरहंज प्रखंड पहुंचे बीजेपी नेता और प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने दोनों एएनएम पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने और इन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से एक दलित परिवार की बेटी का प्रसव केवल पैसों के लिए 5 घंटे तक रोक दिया गया, यह बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।