झारखंड के 5 मजदूरों को आतंकियों ने किया अगवा, परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
Wednesday, Apr 30, 2025-11:58 AM (IST)

Giridih News: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब झारखंड के गिरिडीह के 5 श्रमिक आतंकी के चंगुल में फंस गए हैं।
श्रमिकों की चिंता में परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
जानकारी के मुताबिक वेस्ट अफ्रीकन कंट्री नाइजर में काम के दौरान आतंकी हमला हुआ जिसके बाद से रोजगार की तलाश में नाइजर गए गिरिडीह के 5 मजदूर गायब हैं। अभी ये लोग मिले नहीं है और जिस कंपनी के द्वारा इन्हें काम पर लगाया गया था वह इन्हें ढूढने में लगी हुई है। यहां के जो अन्य लोग नाइजर में हैं, वे भी कम्पनी के साथ मिलकर स्थानीय स्तर से जानकारी जुटा रहे हैं। श्रमिकों की चिंता में उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजन लगातार झारखंड सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। परिजन केंद्र सरकार और राज्य सरकार से अपील कर रहे हैं कि किसी भी हाल में उनके प्रियजनों को सुरक्षित भारत वापस लाया जाए।
श्रमिकों से कोई भी संपर्क नहीं हो रहा
श्रमिकों की अगवा होने की सूचना पर बगोदर-सरिया अनुमंडल पदाधिकारी संतोष कुमार गुप्ता दोंदलो और मुंडरो गांव पहुंचे। मजदूरों के परिजनों ने बताया कि सभी मजदूर जनवरी 2024 में नाइजर गए थे। वहां केपीटीएल नामक ट्रांसमिशन कंपनी में काम करते थे। परिजनों ने बताया कि उसी कंपनी में काम करने वाले मजदूरों ने घटना की जानकारी दी है जिसमें बताया कि सशस्त्र अपराधियों का जत्था कैंप में पहुंचकर सुरक्षा गार्ड में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला बोल दिया। सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस दौरान 12 सुरक्षाकर्मियों की मौत होने की बात कही गई। परिजनों ने बताया कि बीते सप्ताह परिजनों से बातचीत भी हुई है, लेकिन 25 अप्रैल से अपराधियों के द्वारा बंधक बनाये जाने की सूचना दी गयी। परिजनों का कहना है कि श्रमिकों से कोई भी संपर्क नहीं हो रहा है। वहीं, बगोदर-सरिया अनुमंडल पदाधिकारी संतोष गुप्ता ने बताया कि अभी तक मजदूरों के बंधक बनाये जाने को लेकर किसी भी तरह डिमांड नहीं की गयी है। उन सबके द्वारा क्यों कब्जा में लिया है, यह पता नहीं चल पाया है। उन्होंने मजदूरों के परिजनों को हिम्मत बनाये रखने की बात कही है।