इस शहर में किन्नर भी कर रही हैं छठ महापर्व, ऐसे करती हैं छठी मईया की पूजा

10/30/2022 1:24:53 PM

धनबाद: हर तरफ महापर्व छठ की धूम है। लोगों में छठ को लेकर काफी उत्सुकता है। वहीं, झारखंड के धनबाद में भी छठ को लेकर लोग खुश नजर आ रहे हैं। यहां सभी धर्म और समुदाय के लोगों से लेकर किन्नर समाज के लोगों भी पूरी आस्था के साथ छठ पर्व कर रहे हैं। कई किन्नर ऐसी है जो हर साल छठ का व्रत रखती है। हर साल की तरह इस साल भी किन्नर समाज के लोग पीछे नहीं है। किन्नर समाज को भी इस पर्व के प्रति पूरी आस्था और गहरा लगाव है।

किन्नर मिलकर कर रही है छठ पूजा
दरअसल, जिले के झरिया अंतर्गत जामाडोबा में करीब 15 किन्नर रहती हैं। इनमें से काजल, कलावती और रोशनी इस बार छठ पर्व कर रही हैं। कलावती पिछले 25 साल और काजल 20 वर्ष से छठ महापर्व कर रही हैं। वहीं, रोशनी का यह पहला पर्व है। तीनों मिलकर एक जगह पर छठ पूजा कर रही हैं। इसकी तैयारी में बाकी किन्नर भी सहयोग करती हैं।

यजमानों के सुख, शांति और समृद्धि के लिए करती हैं व्रत
किन्नर व्रतियों ने बताया कि वे अपने यजमानों के कल्याण के लिए छठ पूजा कर रही हैं। कलावती, काजल और रोशनी ने बताया कि वे पूरे नेम और निष्ठा के साथ छठ पर्व कर रही हैं। व्रती को खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद से अगले 36 घंटे निर्जला उपवास पर रहना होता है। वे इस कठिन व्रत को अपने यजमानों के सुख, शांति और समृद्धि के लिए करती हैं। छठी मईया से उनके बाल-बच्चों की सलामती मांगती हैं और जिसकी गोद सूनी है, उनके लिए संतान की मांग करते हैं।

काजल ने बताया कि नहाय खाय और खरना के दिन जामाडोबा मोहल्ला के अलावा धनबाद के दूसरे जगहों से भी किन्नर प्रसाद लेने आई थी। वे लोग अर्ध्य वाले दिन भौरा दामोदर घाट पर दउरा लेकर जाती हैं। यहां अर्घ्य देने के लिए आसपास की सभी किन्नर जुटती हैं। घाट पर कोसी भरने की भी रस्म पूरी की जाती है। घाट पर हमारे आसपास इलाके के बांकी व्रती और श्रद्धालु भी पर्व कर रहे होते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Khushi

Recommended News

Related News

static