लोहरदगा में तिहरे हत्याकांड के बाद झालसा सख्त, न्यायपालिका व पुलिस प्रशासन को कार्रवाई करने का दिया आदेश
Saturday, Oct 11, 2025-10:57 AM (IST)

रांची: झारखंड विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने बीते शुक्रवार को लोहरदगा जिला न्यायपालिका और पुलिस प्रशासन को कथित रूप से जादू-टोना करने के आरोप में एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या से संबंधित मामले में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
न्यायमूर्ति प्रसाद ने लोहरदगा के प्रधान जिला न्यायाधीश को निर्देश दिया कि वे पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर हत्याओं में शामिल आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। बता दें कि ये हत्याएं आठ अक्टूबर को पेशरार थाना क्षेत्र के केकरांग बरटोली गांव में हुई थी। निर्देश पर कार्रवाई करते हुए प्रधान जिला न्यायाधीश ने न्यायिक अधिकारियों की एक टीम गठित की, जिसने गांव का दौरा किया और शोक संतप्त परिवार को 20,000 रुपये का अंतरिम मुआवजा चेक सौंपा। न्यायमूर्ति प्रसाद ने लोहरदगा जिला न्यायाधीश को व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने और डायन-बिसाही के खिलाफ घर-घर अभियान शुरू करने का भी निर्देश दिया।
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान लक्ष्मण नागेसिया, उनकी पत्नी बिफनी और उनके बेटे रामविलास के रूप में हुई है, जिनकी कथित तौर पर जादू-टोना करने के आरोप में बदमाशों ने हत्या कर दी। घटना में जीवित बची एकमात्र महिला, लक्ष्मण की बहू सुखमणि ने पुलिस को मामले की सूचना दी। सुखमणि ने पुलिस को बताया कि उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया था और कुछ ग्रामीण कुल्हाड़ी और अन्य धारदार हथियारों से लैस होकर जबरन उनके घर में घुस आए थे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले डायन-बिसाही के शक में गांव के ही लोगों ने एक परिवार के पति, पत्नी और 9 वर्षीय बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस जघन्य वारदात ने झारखंड में अंधविश्वास की गहरी जड़ों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाईकोर्ट के स्वतः संज्ञान के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि पीड़ित परिवार को न्याय जल्द मिलेगा। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है और गांव में लगातार छापेमारी की जा रही है।