Kajal Viral Video: वायरल गर्ल काजल फिर स्टेज पर आग लगाने आई – गार्ड्स के साथ धमाकेदार एंट्री!
Monday, Dec 01, 2025-07:49 PM (IST)
Kajal Viral Video: सोनपुर मेला – एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला – हर साल लाखों लोगों को आकर्षित करता है, लेकिन यहां के स्टेज शो की चमक तो कुछ और ही कहानी कहते हैं। इन्हीं शो में से एक नाम है काजल, जिसकी एनर्जेटिक डांस परफॉर्मेंस ने कुछ साल पहले सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया था। शोभा सम्राट थिएटर में उसके ठुमके और एक्सप्रेशंस ने रील्स और वीडियोज को वायरल कर दिया, और देखते-देखते गाजियाबाद की यह साधारण लड़की रातोंरात सेलिब्रिटी बन गई। आज भी मेले में आने वाले युवा उसके पुराने क्लिप्स देखकर पूछते हैं, "काजल कहां है? इस बार दिखेगी न?"

इस साल फिर धमाल मचा रही काजल
अच्छी खबर ये कि काजल इस साल भी सोनपुर मेले में शोभा थिएटर के स्टेज पर तहलका मचा रही है। उसके नए वीडियोज सोशल मीडिया पर फिर से ट्रेंड कर रहे हैं।

लेकिन अब वो पहले जैसी नहीं
लाइफस्टाइल पूरी तरह बदल चुका है। मेले ने आर्थिक तंगी से जूझ रही काजल को स्टार बना दिया, और अब वो भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के साथ गाने कर चुकी हैं। आने वाले दिनों में नीलकमल सिंह और मनी मेराज जैसे दिग्गजों के प्रोजेक्ट्स में भी नजर आएंगी।
स्टेज पर अब सेलिब्रिटी अंदाज

इस बार काजल का परफॉर्मेंस बिल्कुल अलग लेवल का है। होटल में लग्जरी स्टे, बॉडीगार्ड्स के साथ स्टेज तक पहुंच, और सिंगल शो में घंटों का धमाल – सब कुछ हॉलीवुड स्टाइल में। थिएटर आयोजक बताते हैं, "काजल का नाम लेते ही भीड़ उमड़ आती है। रात 12 बजे ग्रुप डांस के बाद सुबह 5 बजे तक उसके सोलो शो में स्टेज गूंजता रहता है।" दर्शकों की दीवानगी ऐसी कि टिकट्स फटते ही खत्म हो जाते हैं।
गरीबी से अमीरी तक का इंस्पायरिंग जर्नी
काजल की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं। गाजियाबाद की रहने वाली काजल ने बताया कि बचपन में ही पिता का साया उठ गया। एक प्राइवेट जॉब में स्ट्रगल कर रही थीं, लेकिन धोखे से थिएटर की दुनिया में धकेल दी गईं। "पैसे की तंगी ने स्टेज पर ला दिया, लेकिन सोनपुर मेला ने जिंदगी बदल दी।

इसकी कमाई से उन्होंने हाल ही में गाजियाबाद में 100 गज का अपना घर बनवाया। शादी पर पूछा तो हंसकर बोलीं, "23 साल की उम्र में अभी शादी का सोचना भी जल्दी है। दो-तीन साल बाद देखेंगी, पहले तो करियर को चमकाना है!"

काजल की ये कहानी साबित करती है कि मेहनत और टैलेंट कभी बेकार नहीं जाता। सोनपुर मेला न सिर्फ पशुओं का उत्सव है, बल्कि ऐसे टैलेंट्स का भी मंच है जो सपनों को हकीकत बनाते हैं।

