बक्सर संसदीय सीट पर होगा बहुकोणीय मुकाबला, मिथिलेश और सुधाकर सिंह सहित ये नेता ठोक रहे ताल
Saturday, May 25, 2024-01:35 PM (IST)
पटना: बिहार के बक्सर संसदीय सीट पर इस बार के चुनाव में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। गंगा के तट पर बसे बक्सर संसदीय सीट पर करीब तीन दशक से भारतीय जनता पार्टी (BJP) और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी तत्कालीन जनता दल एवं मौजूदा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच ही मुकाबला होता रहा है। इस बार के चुनाव में बक्सर संसदीय सीट पर बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
बक्सर लोकसभा क्षेत्र पर भाजपा का कब्जा
भाजपा के टिकट पर बैकुंठपुर से पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी, राजद के टिकट पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र और रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह चुनावी समर में उतरे हैं, वहीं भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी आनंद मिश्रा, पूर्व विधायक ददन यादव और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के अनिल कुमार के चुनावी जंग में उतरने से बक्सर की चुनावी जंग बहुकोणीय हो गई है। ब्राह्मण बहुल क्षेत्र बक्सर में लगातार दो बार वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में जीत का परचम लहरा चुके केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का टिकट काटकर भाजपा ने उनकी जगह पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। आनंद मिश्रा 2011 बैच के असम कैडर के आईपीएस रहे हैं। उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा है। कभी कांग्रेस का अभेद्य दुर्ग कहे जाने वाले बक्सर लोकसभा क्षेत्र पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है। बदलते परिवेश में कांग्रेस के आधार वोटर भाजपा में शिफ्ट हो गए।
बक्सर लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीटें
बक्सर लोकसभा क्षेत्र में कुल छह विधानसभा सीटें हैं। इसमें बक्सर जिले के ब्रह्मपुर, डुमरांव, बक्सर, राजपुर सुरक्षित के अलावा कैमूर जिले का रामगढ़ और रोहतास जिले का दिनारा विधानसभा क्षेत्र शामिल है।बक्सर संसदीय सीट बीते करीब तीन दशक से भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बनी हुई है। हालांकि, बक्सर संसदीय सीट के अंतर्गत पड़ने वाले विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का राजनीतिक समीकरण एकदम उलट है। वर्ष 2020 में इसके अंतर्गत आने वाली सभी छह विधानसभा सीटों पर राजग प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। रामगढ़, ब्रह्मपुर,और दिनारा में राजद का कब्जा है। बक्सर और राजपुर में कांग्रेस, डुमरांव में भाकपा माले का कब्जा है। सभी छह सीटों पर इंडिया गठबंधन का कब्जा है।