''''संजीवनी बूटी'''' माने जाने वाले औषधीय पौधे को जैव विविधता कार्यक्रम में प्रदर्शित करेगी बिहार सरकार

5/07/2022 9:45:06 PM

पटना, सात मई (भाषा) बिहार सरकार ने एक औषधीय पौधे को इस महीने के अंत में चेन्नई में आयोजित होने वाले जैव विविधता प्रदर्शनी में प्रदर्शित करने का फैसला किया है।

स्थानीय लोग इस पौधे को ''संजीवनी बूटी'' के समान मानते हैं, जिसने रामायाण में लक्ष्मण का जीवन बचाया था।

बिहार राज्य जैव विविधता बोर्ड के प्रमुख डी के शुक्ला ने पीटीआई-भाषा को बताया कि ''सिलेजिनेला ब्रायोप्टेरिस'' (संजीवनी) नामक औषधीय गुण वाला यह पौधा राज्य के रोहतास जिले में पाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस पौधे में गंभीर तंत्रिका तंत्र विकारों को ठीक करने के गुण हैं।

राज्य सरकार ने लखनऊ के बीरबल साहनी पुरावनस्पतिविज्ञान संस्थान (बीएसआईपी) से सीतामढ़ी जिले के उस विशालकाय ''पाकड़'' वृक्ष की आयु का पता लगाने का अनुरोध किया है, जिसके बारे में माना जाता है कि भगवान राम से विवाह के बाद देवी सीता ने अयोध्या जाने के दौरान वहां रूककर आराम किया था।

''संजीवनी बूटी'' को लेकर शुक्ला ने कहा, '''' चूंकि, इस पौधे में उपचार के विशेष गुण हैं इसलिए हमने इसे चेन्नई की प्रदर्शनी में भेजने का निर्णय लिया है।''''
गौरतलब है कि 22 मई को अंतररष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर चेन्नई में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।



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PTI News Agency

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