आनंद मोहन की रिहाई को लेकर मायावती ने नीतीश सरकार पर उठाए सवाल, बोलीं- ये कदम दलित विरोधी

Sunday, Apr 23, 2023-03:41 PM (IST)

लखनऊ/पटनाः पूर्व सांसद और बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी को लेकर बीएसपी चीफ मायावती (Mayawati) ने नीतीश सरकार ( Nitish Kumar) पर बड़ा हमला बोला है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा," बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है।"

"आनन्द मोहन बिहार में कई सरकारों की रहे मजबूरी"
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आगे लिखा," आनन्द मोहन बिहार में कई सरकारों की मजबूरी रहे हैं, लेकिन गोपालगंज के तत्कालीन डीएम श्री कृष्णैया की हत्या मामले को लेकर नीतीश सरकार का यह दलित विरोधी व अपराध समर्थक कार्य से देश भर के दलित समाज में काफी रोष है। चाहे कुछ मजबूरी हो किन्तु बिहार सरकार इस पर जरूर पुनर्विचार करे।" दरअसल, बिहार सरकार ने बिहार कारा हस्तक, 2012 के नियम-481(i) (क) में संशोधन किया। संशोधन के बाद अब ड्यूटी पर तैनात सरकारी सेवक की हत्या अपवाद की श्रेणी में नहीं गिना जाएगा, बल्कि यह एक साधारण हत्या मानी जाएगी। वहीं इसका बड़ा लाभ आनंद मोहन को मिला, क्योंकि सरकारी अफसर की हत्या के मामले में ही आनंद मोहन को सजा हुई थी। अब इसे विलोपित कर दिया गया है।

जेल से 15 दिन के लिए बाहर आए हैं आनंद मोहन
बता दें कि आनंद मोहन 15 दिनों के लिए सहरसा मंडल कारा से पैरोल पर बाहर आए हैं। आनंद मोहन 6 महीने में तीसरी बार जेल से बाहर आए हैं। उनके बेटे चेतन आनंद की सगाई के लिए उन्हें ये पैरोल मिली है। आनंद मोहन गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार बिहार में सियासी समीकरण साधने की कोशिश में आनंद मोहन को रिहा करना चाहते हैं, मगर उनके इस कदम से विपक्ष की एकजुटता को झटका भी लग सकता है। 


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Content Editor

Swati Sharma

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