Adhik Maas 2026|| नया साल 12 नहीं, 13 महीनों का—जानिए कब लगेगा मलमास और क्या होंगी पाबंदियां
Thursday, Dec 11, 2025-05:09 PM (IST)
Adhik Maas 2026 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2026 बेहद खास रहने वाला है। इस साल मलमास (अधिक मास या पुरुषोत्तम मास) पड़ने के कारण पूरा साल 12 की बजाय 13 महीनों का हो जाएगा। यह आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत पुण्यकारी समय माना जाता है, जिसमें भगवान विष्णु की विशेष कृपा बरसती है। हालांकि इस दौरान शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण जैसे सभी मांगलिक कार्य पूरी तरह वर्जित रहेंगे।
क्यों आता है अधिक मास? वैज्ञानिक और ज्योतिषीय कारण
चंद्र वर्ष सौर वर्ष से लगभग 11 दिन छोटा होता है (चंद्र वर्ष ≈ 354 दिन, सौर वर्ष ≈ 365 दिन)। यह अंतर हर साल बढ़ता जाता है। हर 32 महीने 16 दिन बाद यह अंतर लगभग एक पूरे महीने के बराबर हो जाता है। पंचांग में संतुलन बनाए रखने के लिए इसी अंतर को पूरा करने हेतु एक अतिरिक्त महीना जोड़ा जाता है, जिसे अधिक मास, मलमास या पुरुषोत्तम मास कहते हैं।
2026 में अधिक मास कब-कब?
पंचांग गणना के अनुसार:
- अधिक मास प्रारंभ: 17 मई 2026 (रविवार)
- अधिक मास समाप्त: 15 जून 2026 (सोमवार)
पहले दिन यानी 17 मई को व्रत रखना और भगवान विष्णु की पूजा करना अक्षय पुण्य देने वाला माना गया है। इस दिन पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मलमास में क्या करें? | What to Do in Adhik Maas
अधिक मास को भगवान विष्णु का प्रिय माह माना जाता है। इस दौरान इन कार्यों को अत्यंत शुभ बताया गया है:
- भगवान विष्णु की विशेष आराधना
- दान, जप, तप और ध्यान
- तीर्थ स्नान
- गऊ-सेवा
- गीता, रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ या दान
मलमास में क्या न करें? | What Not to Do in Malmas
इस अवधि में शुभ कार्य किए जाने से फल प्राप्त नहीं होता, इसलिए इनसे परहेज़ करना चाहिए—
- विवाह
- गृह प्रवेश
- मुंडन संस्कार
- नामकरण
- नई गृह निर्माण शुरुआत

