पटना में माफिया अतीक की तारीफ में लगे नारेः गिरिराज ने कहा- अगर हिम्मत है तो UP में नारे लगाके दिखाओ
Saturday, Apr 22, 2023-01:04 PM (IST)

पटना: बिहार की राजधानी पटना में स्थित शहर की सबसे बड़ी मस्जिद के पास शुक्रवार को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तारीफ में नारे लगाए गए। साथ ही योगी-मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस नारेबाजी के बाद बिहार में राजनीति तेज हो गई हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने नारेबाजी के वीडियो के साथ ट्वीट किया कि "बिहार में तो “अतीक जी” वालों की सरकार है।
बिहार में तो “अतीक जी” वालों की सरकार है।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) April 21, 2023
है अगर हिम्मत तो अतीक के समर्थन में उत्तर प्रदेश में नारा लगाकर दिखाएं। pic.twitter.com/w7HvFQEAIK
अतीक के समर्थन में उत्तर प्रदेश में नारा लगाकर दिखाएं: गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह ने कहा कि "बिहार में तो “अतीक जी” वालों की सरकार है। अगर हिम्मत हैं तो अतीक के समर्थन में उत्तर प्रदेश में नारा लगाकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य में ही अतीक के समर्थन में लोग नारे लगा सकते है, जबकि उत्तर प्रदेश में ऐसा करने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में भीड़ के एक हिस्से को मारे गए माफिया की तारीफ करते हुए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना करते हुए नारे लगाते सुना जा सकता है। इधर, भाजपा ने नारेबाजी के लिए सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार की ‘मुसलमानों के तुष्टिकरण की नीति’’ को जिम्मेदार ठहराया। महागठबंधन में जदयू, राजग, कांग्रेस और वामदल शामिल हैं।
कड़ी कार्रवाई करे सरकारः सुशील मोदी
बता दें कि इस नारेबाजी पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि समाज उन तत्वों से सावधान रहें, जो वोट बैंक की राजनीति के चलते किसी अपराधी-माफिया को ‘शहीद' बताकर अमन-चैन को खतरे में डालते हैं। मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद की हत्या बिहार में सामाजिक सौहार्द मिटाने का बहाना न बने इसके लिए समाज और सरकार को पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि रामनवमी के बाद ईद पर भी किसी प्रकार की गड़बड़ी हो। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार ने शोभायात्रा और सामूहिक नमाज जैसे मौके पर गड़बड़ी करने वालों के प्रति यदि नरमी नहीं बरती होती तो उपद्रवी तत्वों का दुस्साहस नहीं बढ़ता।