छपरा में जहरीली शराब से मरे लोगों के आश्रितों को 10 लाख रुपए मुआवजा दे सरकारः भाकपा-माले

Tuesday, Dec 20, 2022-11:08 AM (IST)

पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार के सहयोगी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) ने भी सारण जिले के छपरा में जहरीली शराब पीने से मरे लोगों के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की।

भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने सोमवार को सारण कांड के मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा, पुनर्वास, उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और प्रत्येक प्रखंड मुख्यालय पर नशा मुक्ति केंद्र खोलने की मांग की। साथ ही शराब माफियाओं को मिल रहे राजनीतिक एवं प्रशासनिक संरक्षण को लेकर आयोजित राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के बाद यहां कहा कि उनकी पार्टी शराबबंदी कानून के समर्थन में हमेशा से रही है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि शराब पीने वालों को अपराधी बना दिया जाए। यह एक सामाजिक बुराई है इसलिए सारण कांड में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार को मुआवजा देना ही चाहिए।

कुणाल ने शराबबंदी कानून का हवाला देते हुए कहा कि उसमें शराब माफियाओं की संपत्ति जब्त कर मुआवजा देने का प्रावधान है। गोपालगंज के खजूरबनी कांड में सरकार मुआवजा दे भी चुकी है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के बावजूद राजनीतिक-प्रशासनिक संरक्षण में शराब माफिया गिरोहों का पूरा तंत्र खड़ा है। इसकी जांच होनी चाहिए और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा इस मामले में घड़ियाली आंसू बहा रही है। भाजपा शासित मध्यप्रदेश एवं गुजरात में जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा सबसे अधिक है।


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Ramanjot

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