सहरसा से दिल्ली तक अमृत भारत ट्रेन का सफर जल्द शुरू, ट्रायल रन सफल
Thursday, Apr 10, 2025-09:35 PM (IST)

सहरसा: बिहार के सहरसा से नई दिल्ली के बीच प्रस्तावित अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल गुरुवार को सफलतापूर्वक किया गया। सहरसा से सरायगढ़ तक लगभग 51 किलोमीटर लंबे रेलखंड पर ट्रेन ने 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ लगाई। दोपहर 3:37 बजे यह ट्रायल ट्रेन सहरसा जंक्शन से रवाना हुई और खबर लिखे जाने तक परीक्षण प्रक्रिया जारी थी।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस ट्रायल का उद्देश्य रूट पर तकनीकी खामियों की पहचान करना था, जिसमें फिलहाल सब कुछ सामान्य और संतोषजनक रहा। ट्रेन में रेलवे के इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और सिग्नलिंग विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। ट्रेन के लोको पायलट अरविंद कुमार, सहायक डीके गुप्ता और ट्रेन प्रबंधक मो. नौशाद ने इस ट्रायल को संचालित किया।
अब समस्तीपुर के लिए होगी अगली रेस
सरायगढ़ सेक्शन के सफल ट्रायल के बाद अब अगला चरण सहरसा से समस्तीपुर के बीच ट्रायल का होगा, जो तीन दिनों बाद निर्धारित है। इससे पहले ट्रेन को दो दिन सहरसा कोचिंग डिपो में मेंटेनेंस के लिए रोका जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस पूरी प्रक्रिया के बाद 24 अप्रैल से सहरसा-नई दिल्ली रूट पर अमृत भारत ट्रेन का नियमित परिचालन शुरू हो सकता है। सभी रेलवे विभागों ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं।
स्टेशन के नए भवन के उद्घाटन को तैयारियां पूरी
सहरसा जंक्शन पर अमृत भारत योजना के तहत बने नए स्टेशन भवन का काम पूरा हो चुका है। उद्घाटन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। उद्घाटन की तिथि तय मानी जा रही है, बस पीएमओ की अंतिम मंजूरी का इंतजार है। उद्घाटन को लेकर स्टेशन परिसर में लगातार निरीक्षण हो रहा है।
वरिष्ठ रेल अधिकारी पहुंचे निरीक्षण पर
गुरुवार को पूर्व मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य इंजीनियर शैलेश वर्मा ने सहरसा जंक्शन का दौरा किया। उनके साथ गति शक्ति योजना के डिप्टी सीपीएम शैलेश तिवारी, समस्तीपुर डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारी उत्कर्ष कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने स्टेशन भवन, सर्कुलेटिंग एरिया, ग्रीन जोन और स्मार्ट शौचालयों का निरीक्षण किया।
शहरी विकास से प्रेरित होगा नया स्टेशन परिसर
रेल अधिकारियों ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सहरसा जंक्शन को आधुनिक, यात्री अनुकूल और स्थानीय विरासत से मेल खाने वाले रूप में तैयार किया गया है। इसमें यात्री सुविधाओं के साथ-साथ इंटर-मोडल इंटीग्रेशन, साफ-सुथरे साइनबोर्ड और समुचित यातायात व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।