मुख्यमंत्री उद्यमी योजना ने बदली जिंदगी, गांव के युवाओं ने रच दी सफलता की कहानी

Friday, Jul 18, 2025-05:45 PM (IST)

पटना:नीतीश सरकार की नीतियां केवल योजनाएं नहीं, बल्कि आम जनता के जीवन में बदलाव लाने वाले उपकरण बन चुकी हैं। बिहार आज शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और युवा उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव का साक्षी बन रहा है। इसका श्रेय राज्य सरकार की दूरदर्शी योजनाओं को जाता है। ये योजनाएं सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं, बल्कि गांव, किसान, युवा और महिलाओं तक सीधे पहुंच रही हैं, और उनमें आत्मविश्वास भर रही हैं।  

उद्योग विभाग की ओर से संचालित ‘मुख्यमंत्री उद्यमी योजना’ से मदद लेकर कई युवाओं ने अपने व्यवसाय की नई इबारत लिखकर एक नई पहचान बनाई है। गोपालगंज के ऐसे ही तीन उद्यमियों की प्रेरक कहानियां सामने आई हैं, जिन्होंने इस योजना का लाभ उठाकर न केवल अपने सपनों को साकार किया, बल्कि दूसरों के लिए भी मिसाल बन गए।

रीमा देवी के सपनों को मिले पंख

गोपालगंज की रीमा देवी ने हमेशा से कुछ अपना करने का सपना देखा था। आर्थिक तंगी के कारण यह सपना अधूरा था, लेकिन मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से मिली वित्तीय सहायता ने उन्हें अपना पीआरपी फुटवियर ब्रांड शुरू करने का मौका दिया। आज उनका “रीमा एंटरप्राइजेज” जूते-चप्पलों के टिकाऊ, आरामदायक और किफायती उत्पादों के लिए पूरे गोपालगंज में जाना जाता है। वे अपनी सफलता की वजह गुणवत्ता, मेहनत और सरकार से मिले सहयोग को बताती हैं।

विषंबर कुमार की सरसों तेल मिल बनी शुद्धता की मिसाल

विषंबर कुमार ने इस योजना के तहत 10 लाख रुपये की सहायता प्राप्त कर शुद्ध सरसों तेल उत्पादन की पहल की। उन्होंने बताया, “मुझे हमेशा से अपना कुछ करना था और मैंने देखा कि बाजार में शुद्ध तेल की जरूरत है। योजना के अंतर्गत मशीनें व संसाधन मिले, जिससे मेरा ऑयल मिल शुरू हुआ। अब मैं गोपालगंज के साथ-साथ सिवान, छपरा और मोतिहारी में भी उत्पाद पहुंचाने की तैयारी कर रहा हूं।”

भागीरथी कुमार की गारमेंट युनिट, व्यवसाय के साथ रोजगार भी

कटैया प्रखंड के भागीरथी कुमार गुप्ता ने रेडीमेड कपड़ों का व्यवसाय शुरू कर यह साबित किया कि सही योजनाओं की जानकारी, उनका ससमय उपयाग और मेहनत से कोई भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत मिली सहायता से उन्होंने फैशन की मांग को समझा और बाजार में अच्छे कपड़े उचित दाम पर उपलब्ध कराए। आज उनके उत्पाद गोपालगंज जिले में लोकप्रिय हैं और उनके साथ कई अन्य लोग भी रोजगार पा रहे हैं।

‘विवाह सहायता योजना’ बनी प्रभुनाथ शर्मा का सहारा

गोपालगंज के प्रभुनाथ शर्मा ने विवाह सहायता योजना के तहत सरकार से 50,000 रुपये की मदद प्राप्त की और अपनी बेटी की शादी संपन्न की। पहले वे बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत तो थे, लेकिन योजनाओं की जानकारी नहीं थी। सही समय पर जानकारी और मदद ने उनके जीवन में भरोसे की नई रोशनी दी।


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Ramanjot

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