बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ा: अलर्ट मोड पर जल संसाधन विभाग, सभी पदाधिकारियों की छुट्टियां रद्द

Saturday, Sep 28, 2024-10:45 AM (IST)

पटनाः नेपाल के तराई इलाकों में पिछले 48 घंटो से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पूर्वानुमान के अनुसार, 28 सितंबर रात 12:00 तक कोसी बराज से 6.81 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हो सकता है तो वहीं वाल्मिकी नगर बराज से 6.00 लाख पानी का डिस्चार्ज हो सकता है। इसे लेकर जल संसाधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। साथ ही विभाग के अंतर्गत सभी पदाधिकारियों का अवकाश अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है।

जल संसाधन विभाग के बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायक केन्द्र, पटना द्वारा निर्गत पूर्वानुमान के अनुसार, दिनांक 28.09.2024 को रात्रि 12:00 बजे वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज से 6.00 लाख क्यूसेक एवं दिनांक 28.09.2024 को दोपहर 12:00 बजे वीरपुर स्थित कोशी बराज से 6.81 लाख क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित होने की संभावना है, जो अबतक प्रवाहित अधिकतम जलश्राव के सन्निकट होगा। उक्त संभावित स्थिति के आलोक में विभागीय स्तर पर प्रधान सचिव, जल संसाधन विभाग की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक की गई, जिसमें अभियंता प्रमुख, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण एवं अभियंता प्रमुख, मुख्यालय सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। उच्चस्तरीय बैठक के दौरान स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्णय लिए गए।
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विभाग द्वारा सभी क्षेत्रीय अभियंताओं को तटबंधों / संरचनाओं के सुरक्षा के दृष्टिकोण से आगामी 48 घंटों तक संवेदनशील / अतिसंवेदनशील स्थलों पर कैंप करने का निर्देश दिया गया है। सभी स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण कराया गया है। साथ ही आवश्यकतानुसार संवेदनशील / अतिसंवेदनशील स्थलों के बेहतर पर्यवेक्षण हेतु अतिरिक्त अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। विभाग के अंतर्गत सभी पदाधिकारियों का अवकाश अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है। संभावित आपदा की स्थिति के मद्देनजर संबंधित जिला प्रशासन को भी सभी आवश्यक ऐहतियाती कार्रवाई करने, तटबंध के नदी भाग में आवासितों को अवगत कराते हुए यथोचित कार्रवाई करने एवं बाढ़ आपदा के लिए जिला प्रशासन के स्तर से गश्ती सुनिश्चित कराने हेतु निदेशित किया गया है। सभी तटबंधों / संरचनाओं के सुरक्षार्थ सतत् निगरानी एवं चौकसी बरती जा रही है।


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Ramanjot

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