भागलपुर में अगवानी पुल का नहीं गिरा सुपर स्ट्रक्चर, हटाया जा रहा था पहले से क्षतिग्रस्त हिस्सा

Saturday, Aug 17, 2024-11:50 AM (IST)

भागलपुरः बिहार के भागलपुर में शनिवार की सुबह निर्माणधीन अगुवानी पुल के पिछले साल गिरे सुपर स्ट्रक्चर का बचा हुआ क्षतिग्रस्त हिस्सा हटाया गया है। इस दौरान गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण क्षतिग्रस्त हिस्सा गंगा नदी में समा गया।

1710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है ये पुल 
जानकारी के अनुसार, निर्माणाधीन पुल का कुछ छतिग्रस्त हिस्सा वहां मौजूद था जिसे हाटाया जाना था लेकिन नदी में जलस्तर बढ़ने और बहाव होने की वजह से आज 17 अगस्त की सुबह करीब सात बजे वह हिस्सा नदी में समा गया।  गंगा की लहरें लगभग 1 किलोमीटर तक हिलोरें लेने लगीं। यह पुल करीब 3.160 किमी लंबाई में बन रहा है, जिसकी लागत करीब 1710 करोड़ रुपए है। बता दें कि इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी, 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। साथ ही नौ मार्च, 2015 को कार्यारंभ किया गया था। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इस पुल के बनने से उत्तर बिहार का सीधा संपर्क मिर्जाचौकी के माध्यम से झारखंड से हो जाएगा। इसके साथ ही विक्रमशिला सेतु पर भी गाड़ियों का दबाव कम होगा। 

जांच के बाद बंद कराया गया था पुल का कार्य
पुल निर्माण निगम द्वारा बताया जा रहा है कि इस योजना का निर्माण हेतु कार्य EPC Mode पर आवंटित्त था जिसके डिजाइन की जिम्मेवारी संवेदक की थी। वहीं पुल के Extra Dosed भाग के निर्माण के समय पहली बार 30 अप्रैल 2022 को क्षतिग्रस्त हुआ। जिसे तोड़कर हटाने का निर्देश दिया जा चुका है। इसके डिजाइन की जांच IIT, रुड़की द्वारा कराई गई थी। इसके अतिरिक्त पुल के सब स्ट्रक्चर एवं फाउंडेशन की भी जांच कराई जा रही है। इसी बीच इस तकनीक पर बन रहे पुल का दूसरा भाग दिनांक 04 जून, 2023 को क्षतिग्रस्त हुआ। जांच में इसका डिजाइन त्रुटिपूर्ण पाया गया तत्पश्चात तत्काल पुल का कार्य बंद करा दिया गया। 

नए सिरे से कराया जाएगा निर्माण कार्य
वहीं संवेदक को इस तकनीक पर निर्माण किए जा रहे सभी भाग को हटाने का आदेश दिया गया है। इसी बीच पूर्व में क्षतिग्रस्त हुए भाग के शेष हिस्से जिसे हटाया जा रहा था, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण आज क्षतिग्रस्त हो गया। यह भाग पूर्व के क्षतिग्रस्त भाग जिसे हटाया जाना था का ही एक हिस्सा था। गत दुर्घटना के पश्चात इस पुल पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं कराया जा रहा है। उच्च न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है कि संवेदक के Cost पर नए सिरे से इस भाग का कार्य कराया जाना है। उक्त के आलोक में नया डिजाइन प्रक्रियाधीन है तदोपरांत इसका नए सिरे से निर्माण कार्य कराया जाएगा।

 


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Content Writer

Ramanjot

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