Mahagathbandhan Bihar Seat Sharing 2025: नामांकन के लिए सिर्फ 2 दिन, अभी तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग फाइनल नहीं; कुछ बड़ा होने वाला है?
Sunday, Oct 19, 2025-12:04 PM (IST)

Mahagathbandhan Bihar Seat Sharing 2025: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया खत्म होने में महज दो दिन शेष हैं, लेकिन विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया' में भ्रम की स्थिति शनिवार को भी समाप्त होती नहीं दिखी। यह बहुदलीय गठबंधन सीट बंटवारे (Mahagathbandhan Seat Sharing) की घोषणा न कर पाने के लिए "नए सहयोगियों को समायोजित करने" की मजबूरी को जिम्मेदार ठहरा रहा है, लेकिन शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने इससे किनारा करते हुए घोषणा की कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगा और छह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा।
Mahagathbandhan Bihar Seat Sharing 2025
गठबंधन में प्रमुख सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अब तक कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुका है, जिसमें कई ऐसी सीट हैं, जहां उसने अपने ही सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के खिलाफ प्रत्याशी उतार दिए हैं। लेकिन वह अब तक अपने प्रत्याशियों की एक समेकित सूची जारी नहीं कर पाया है। कांग्रेस ने कुछ दिन पहले अपनी पहली सूची में 48 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे और शुक्रवार को एक और नाम का ऐलान किया। अब उसने शनिवार देर शाम पांच और उम्मीदवारों की घोषणा की, जिनमें किशनगंज सीट भी शामिल है। हालांकि कांग्रेस ने इस सीट से अपने मौजूदा विधायक इजहारुल हुसैन को टिकट न देकर एक दलबदलू नेता को मैदान में उतारा है। किशनगंज से कांग्रेस उम्मीदवार कमरुल होदा पहले एआईएमआईएम के टिकट पर 2019 के उपचुनाव में विजयी हुए थे, लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। उन्होंने दो वर्ष पहले राजद का दामन थामा था और अब वह कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाले राजद के दूसरे नेता हैं।
2020 की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस। Mahagathbandhan Seat Sharing
माना जा रहा है कि कांग्रेस 2020 की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी, हालांकि सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इधर पटना में कांग्रेस के कई नाराज नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन कर एआईसीसी प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पर “टिकट बेचने” के गंभीर आरोप लगाए और गड़बड़ी के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया। विपक्षी गठबंधन के कम से कम आठ सीटों पर दो सहयोगी दलों के बीच सीधा मुकाबला होने की स्थिति है। इनमें से तीन सीटों पर तो राजद और कांग्रेस आमने-सामने आ सकती हैं। सूत्रों के अनुसार, आरक्षित सीट कुटुंबा से जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार राम दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, वहां भी राजद अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। इससे नाराज राम ने सोशल मीडिया पर कई तीखे पोस्ट किए, जिन पर कांग्रेस नेतृत्व ने नाराजगी जताई है।