Imamganj Vidhan sabha Seat: इमामगंज विधानसभा सीट पर दीपा मांझी को हराना चाहती है RJD ।। Bihar Election 2025
Friday, Sep 26, 2025-05:22 PM (IST)
Imamganj Assembly Seat: इमामगंज विधानसभा सीट औरंगाबाद लोकसभा के तहत आता है। इमामगंज विधानसभा सीट पर 1957 के चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट अंबिका प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। वहीं 1962 में स्वतंत्र पार्टी की टिकट पर अंबिका प्रसाद सिंह ने एक बार फिर से यहां विरोधियों को मात दे दिया था तो 1967 में कांग्रेस पार्टी की टिकट पर डी.राम ने यहां से जीत हासिल की थी। 1969 में इमामगंज सीट से संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के ईश्वर दास ने जीत का परचम लहराया था। 1972 के विधानसभा चुनाव में इमामगंज से कांग्रेसी कैंडिडेट अवधेश्वर राम ने जनता का समर्थन हासिल किया है। 1977 में जेएनपी की टिकट पर ईश्वर दास ने यहां विरोधियों को शिकस्त दिया था।
वहीं 1980 और 1985 में दो बार लगातार कांग्रेसी कैंडिडेट के तौर पर श्रीचंद सिंह ने इमामगंज में जीत हासिल की थी। 1990 में इमामगंज में जनता दल की टिकट पर उदय नारायण चौधरी ने जीत का परचम लहराया था। 1995 में समता पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर रामस्वरूप पासवान ने जनता का भरोसा हासिल किया था। 2000 में समता पार्टी की टिकट पर उदय नारायण चौधरी ने जीत हासिल किया था। वहीं 2005 और 2010 में जेडीयू के कैंडिडेट के तौर पर उदय नारायण चौधरी ने एक बार फिर जनता का समर्थन हासिल किया था। 2015 और 2020 में यहां से जीतनराम मांझी ने सारे विरोधियों को मात दे दिया था। 2024 में जीतनराम मांझी लोकसभा का चुनाव जीत कर केंद्र में मंत्री बन गए तब यहां पर उपचुनाव हुआ। इमामगंज में हुए उपचुनाव में जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी जीत गईं। दीपा मांझी को 53 हजार चार सौ चार सौ 35 वोट मिला था। उन्होंने आरजेडी के रौशन कुमार को पांच हजार नौ सौ 45 वोट से हरा दिया था। वहीं जनसुराज के जितेंद्र पासवान को 37 हजार एक सौ तीन वोट मिला था।
एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में हम के जीतनराम मांझी ने जीत हासिल की थी। जीतन राम मांझी को 78 हजार सात सौ 62 वोट मिला था जबकि आरजेडी के उदय नारायण चौधरी को 62 हजार सात सौ 28 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से जीतन राम मांझी ने उदय नारायण चौधरी को 16 हजार 34 वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं एलजेपी के कुमारी शोभा सिन्हा 14 हजार एक सौ 97 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में इमामगंज सीट पर हम के जीतनराम मांझी ने जीत हासिल की थी। जीतनराम मांझी को 79 हजार तीन सौ 89 वोट मिला था जबकि जेडीयू के कैंडिडेट उदय नारायण चौधरी को 49 हजार नौ सौ 81 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से जीतनराम मांझी ने उदय नारायण चौधरी को 29 हजार चार सौ आठ वोट से हरा दिया था। वहीं 5 हजार पांच सौ 52 वोट के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा था।
एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में इमामगंज सीट पर जेडीयू के उदय नारायण चौधरी ने जीत हासिल की थी। उदय नारायण चौधरी को 44 हजार एक सौ 26 वोट मिला था जबकि आरजेडी कैंडिडेट रौशन कुमार को 42 हजार नौ सौ 15 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से उदय नारायण चौधरी ने रौशन कुमार को 1 हजार दो सौ 11 वोट के कम मार्जिन से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट सुजीत मांझी ने 4 हजार चार सौ 70 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जेडीयू कैंडिडेट उदय नारायण चौधरी ने जीत हासिल की थी। उदय नारायण चौधरी को 30 हजार छह सौ 65 वोट मिला था जबकि आरजेडी कैंडिडेट रामस्वरूप पासवान को 24 हजार 23 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से उदय नारायण चौधरी ने रामस्वरूप पासवान को 6 हजार छह सौ 42 वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट रौशन कुमार ने 12 हजार छह सौ 70 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
2024 के लोकसभा चुनाव में इमामगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी ने बीजेपी पर दो हजार छह सौ 28 वोट की लीड बनाई थी। इस सीट पर कोइरी,माझी,पासवान,मुस्लिम और अति पिछड़ा वोटरों का अच्छा खासा प्रभाव है। वैसे सारे समीकरणों को देख कर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि दीपा मांझी इमामगंज पर अपना कब्जा कायम रख सकती हैं।