Mainiya Samman Yojana: इन जिलों की महिलाओं के खाते में खटाखट पहुंचे 7500 रुपए, चेक करें क्या आपके पास आए?
Sunday, Mar 09, 2025-10:41 AM (IST)

Mainiya Samman Yojana: झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना (Mainiya Samman Yojna) के लाभुक महिलाओं का इंतजार अब खत्म हो गया है। हेमंत सरकार ने बीते शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लाभुक महिलाओं के खाते में योजना की राशि भेज दी है।
इन जिलों की महिलाओं को मिले 7500 रुपए ।। Mainiya Samman Yojana ।।
सूत्रों के मुताबिक हेमंत सरकार द्वारा जनवरी, फरवरी और मार्च माह की राशि एक साथ भेजी गई है जिससे लाभुकों के बैंक खाते में 7500 रुपये आए हैं। बीते शनिवार को बोकारो, चतरा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गुमला, पाकुड़, सिमडेगा, जामताड़ा और लोहरदगा के लाभुकों को यह राशि मिली है। अन्य जिलों की राशि पोर्टल पर डाटा अपलोड होने के बाद जल्द खातों में भेजी जाएगी। कहा जा रहा है कि कल यानी सोमवार तक बाकी के लाभुकों के खातों में पैसा पहुंच जाएगा। जिन महिलाओं का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। सरकार ने ऐसी महिलाओं की राशि फिलहाल होल्ड कर दी है। जैसे ही उनका आधार बैंक खाते से लिंक होगा, राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। वहीं, सत्यापन के बाद जो महिलाएं योजना के लिए अयोग्य पाई गई हैं, उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया है। उन महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
"अब सभी मंईया अपने परिवार के साथ खुले मन से रंगों का आनंद ले सकती हैं"
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर बताया कि सभी महिलाओं के खातों में 7500 रुपये भेजे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लिखा- ‘झारखंड में महिला दिवस पर राज्य की सभी मंईया को सम्मान राशि के पूरे 7500 रुपये सभी के बैंक खातों में पहुंच रही है। अब, होली के पावन पर्व पर, सभी मंईया अपने परिवार के साथ खुले मन से रंगों का आनंद ले सकती हैं और इस सम्मान राशि का उपयोग अपने परिवार की खुशियों को बढ़ाने में कर सकती हैं। मैं सभी राज्य की महिलाओं को नमन करता हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।’ सीएम हेमंत ने आगे लिखा कि पहले यह राशि किस्तों में देने की योजना थी, लेकिन महिला दिवस, होली और बाहा पर्व को देखते हुए एक साथ 3 महीने की राशि देने का फैसला लिया गया।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
बता दें कि, मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत साल 2024 में की गई थी। योजना में शुरुआती तौर पर केवल 1000 रुपये की आर्थिक सहायता ही दी जाती थी, लेकिन झारखंड की तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार ने चुनावों से पहले वादा किया था कि प्रदेश की सत्ता में वापसी पर उनकी सरकार महिलाओं को 2500 रुपए हर महीने देगी। इस योजना के लिए पहले 21-50 साल की महिलाओं को योग्य बताया गया था, लेकिन बाद में हेमंत सोरेन सरकार ने 18-50 साल तक की महिलाओं के लिए यह योजना शुरू कर दी।