​​'आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन', मुसलमानों को आरक्षण वाले बयान पर लालू यादव ने दी सफाई

5/7/2024 7:12:22 PM

पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने मुसलमान आरक्षण पर दिए अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है। पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को इतनी सी भी समझ नहीं है।

'मंडल कमीशन हमने लागू करवाया'
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मंडल कमीशन हमने लागू करवाया है। क्या नरेंद्र मोदी ने कभी मंडल कमीशन और उसकी सिफारिशें पढ़ी है? मंडल कमीशन में 3500 से अधिक पिछड़ी जातियों को आरक्षण मिलता है, जिसमें अन्य धर्मों की भी सैकड़ों जातियों को आरक्षण मिलता है। ये हमसे बड़े और असली ओबीसी नहीं ना है? हमसे ज्यादा गरीबों, पिछड़ों और दलितों की इनको समझ नहीं है। ये लोग बस एक-दूसरे को लड़ाते है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब के संविधान और जननायक कर्पूरी ठाकुर जी द्वारा दिए गए आरक्षण को खत्म करने की संघियों और भाजपाइयों की पुरानी ख्वाहिश और साजिश रही है। सन् 2000 में एनडीए की भाजपाई सरकार ने तो बाजाब्ता “संविधान समीक्षा आयोग” ही गठित कर दिया था।

'ये लोग संविधान को मानते ही नहीं'
यादव ने कहा कि ये लोग संविधान को मानते ही नहीं, अगर संविधान को मानते तो नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी भाषा का प्रयोग नहीं करते। बता दें कि, राजद चीफ लालू यादव ने कहा था कि मुसलमानों को पूरा आरक्षण मिलना चाहिए। वहीं, लालू यादव के बयान पर पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश के धार में चुनावी सभा के दौरान ​​​​​​पलटवार किया और कहा कि लालू यादव का कहना है कि मुसलमानों को पूरा आरक्षण मिलना चाहिए। इसका मतलब है कि ये लोग एससी ओबीसी, एसटी समाज को मिला आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहते हैं।


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Content Editor

Swati Sharma

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