"2025 के चुनाव में JDU पूरी तरह करेगा स्वीप", रूपौली चुनाव परिणाम पर जदयू महासचिव ने कही ये बात
Sunday, Jul 14, 2024-11:19 AM (IST)
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): जदयू के राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद पूर्व IAS अधिकारी मनीष वर्मा शनिवार को दिल्ली से पटना लौटे। एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। वहीं, इस दौरान मनीष वर्मा ने पत्रकारों से बातचीत की।
'2025 का चुनाव मजबूती से लड़ेगा जदयू'
2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी पर मनीष वर्मा ने कहा कि 2025 का चुनाव जदयू मजबूती से लड़ेगा। एनडीए मजबूती से लड़ेगा और पूरी सीटों पर स्वीप आउट करेगा। जदयू द्वारा राष्ट्रीय महासचिव बनाने पर मनीष वर्मा ने कहा कि पार्टी ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। हमारे पार्टी के नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार जी ने हमारे ऊपर जो भरोसा करके जिम्मेदारी सौंपा है, मैं पूरे अपने शक्ति, बुद्धि क्षमता का उपयोग करके कोशिश करूंगा कि पार्टी जो है बिहार के स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर पूरी मजबूत हो। पार्टी को मजबूत करने के लिए जो-जो कदम उठाना है, उसमें हम पूरी कोशिश करेंगे कि उसको उठाएंगे।
"लोकल ईशु के कारण यह हार हुई"
रुपौली में जदयू कैंडिडेट की हार और निर्दलीय उम्मीदवार की जीत पर मनीष वर्मा ने कहा कि चुनाव में हार जीत होते रहती हैं। हम लोगों ने कोशिश की थी और जो हार हुई है, कम वोटों के मार्जिन से हुई है। मैं तो यह कहूंगा कि जो चुनाव जीते हैं शंकर सिंह उनको बधाई हो। साथ ही अपने पार्टी के जो कैंडिडेट की हार हुई है, उनके हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। कहां पर क्या हुआ है? लोकल ईशु के कारण यह हार हुई है। क्योंकि आप देखिए लोकसभा चुनाव में रुपौली विधानसभा चुनाव से हम लोगों ने बड़े मत के अंदर से जीता था, लेकिन अभी जो इस चुनाव में अप्रत्याशित परिणाम हुए हैं, वह मुझे लगता है कि लोकल स्थिति के कारण हुआ है। इसकी समीक्षा की जाएगी और जो समीक्षा में परिणाम आएंगे उसके अनुसार कदम उठाए जाएंगे।
"बिहार उद्योग के दृष्टिकोण से पीछे चला गया"
बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर मनीष वर्मा ने कहा कि विशेष राज्य के दर्जे की जो मांग है, वह बिहार की मांग है। बिहार के लोग चाहते हैं कि उनको यह मिले। क्योंकि बिहार के साथ जो अन्याय हुआ है, जो सेट इक्विलाइजेशन की पॉलिसी लागू किए गए थे, जिसमें सस्ता माल पूरे देश को उपलब्ध कराया गया था। बिहार को जो लाभ मिलना चाहिए था वह नहीं मिला। जिसका कारण यही हुआ कि बिहार उद्योग के दृष्टिकोण से पीछे चला गया। इस कारण जो हुआ है उसकी भरपाई तो होना चाहिए और हम और बिहार के लोग चाहते हैं कि बिहार तेजी से आगे बढ़े। राष्ट्रीय स्तर पर बिहार काफी पीछे है। हम ग्रोथ कर रहे हैं। हमारा ग्रोथ रेट 10% से अधिक है, लेकिन डिफरेंट इतना अधिक है कि डिफरेंट पाटने में हमें समय लगेगा। लेकिन जब भी विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा हम तेजी से ग्रोथ करके आगे बढ़ेंगे और बिहार राष्ट्र के साथ कदम मिलाकर आगे बढ़ेगा।