बिहार के छपरा, सीवान व बेगूसराय में जहरीली शराब से 65 लोगों की मौत, 126 लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार

12/16/2022 1:17:07 PM

सारण/पटनाः बिहार के छपरा, सीवान और बेगूसराय जिले में जहरीली शराब से अब तक 65 लोगों की मौत हो गई है। छपरा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 60 हुई जबकि सीवान में 4 और बेगूसराय में एक शख्स की मौत हो गई। सारण के जिलाधिकारी (डीएम) राजेश मीणा ने कहा कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं सारण के जिलाधिकारी (डीएम) राजेश मीणा ने कहा कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने पिछले 48 घंटे में समूचे जिले में छापेमारी तेज कर दी है और जहरीली शराब बेचने वाले 126 लोगों को गिरफ्तार किया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि 4,000 लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त की गई है।'' पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में हालिया जहरीली शराब मामले में सीधे तौर पर जुड़े लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा ‘‘मामले की अभी जांच हो रही है और इस स्तर पर बहुत कुछ खुलासा करने से जांच में बाधा आ सकती है''।

डीएम राजेश मीणा ने कहा था, ‘‘मामले में त्वरित जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और तीन पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) की अगुवाई में 31 पुलिस अधिकारियों का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया है। डीएम और एसपी ने लोगों से अपील की कि अगर उनके पास कोई भी जानकारी है तो वे बिना किसी डर के सामने आएं। अप्रैल, 2016 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस बीच विपक्षी दल भाजपा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सरकार जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की कुल संख्या को छिपा रही है।

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘‘बिहार में शराबबंदी के बावजूद पुलिस अधिकारियों और राज्य प्रशासन के संरक्षण में जहरीली शराब की बिक्री खूब फल-फूल रही है। वे आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।'' विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘‘सारण की घटना राज्य सरकार द्वारा एक सामूहिक हत्या है और इसके लिए राज्य प्रशासन जिम्मेदार है। हमने (भाजपा विधायकों ने) बृहस्पतिवार को सारण में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, मरने वालों की संख्या जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आंकड़े से बहुत अधिक है। हम शुक्रवार को फिर से इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे।''

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को हिदायत दी थी कि अगर लोग जहरीली शराब का सेवन करेंगे तो वे मौत को गले लगाएंगे। मुख्यमंत्री की तीखी टिप्पणी तब आई जब शराबबंदी की उनकी नीति पर राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने उनके पूर्व सहयोगी प्रशांत किशोर सहित कई लोगों ने उन्हें निशाना बनाया और शराबबंदी कानून को खत्म करने की मांग की।


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Nitika

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