Chakradharpur Vidhan Sabha: चक्रधरपुर सीट पर JMM उम्मीदवार सुखराम उरांव को मिल रही है कड़ी टक्कर।। vidhansabha seat 2024
Sunday, Oct 27, 2024-05:56 PM (IST)
चक्रधरपुर: झारखंड में चक्रधरपुर विधानसभा सीट को काफी हाई प्रोफाइल सीट माना जाता है। चक्रधरपुर सीट, सिंहभूम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आता है। इस सीट पर कब्जे को लेकर जेएमएम और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर होती रही है।
यहां से 2005 के विधानसभा चुनाव में झामुमो के सुखराम उरांव ने जीत हासिल की थी तो 2009 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी कैंडिडेट लक्ष्मण गिलुवा ने जीत हासिल की थी।
वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एक बार फिर जबरदस्त वापसी की और यहां से झामुमो कैंडिडेट शशिभूषण समद यहां से विधायक चुन लिए गए तो 2019 के चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट सुखराम उरांव ने यहां जीत हासिल की है। इस बार बीजेपी ने यहां से शशिभूषण समद को टिकट दिया है। वहीं हेमंत सोरेन ने एक बार फिर से सुखराम उरांव पर ही भरोसा जताया है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर 2019 में जेएमएम उम्मीदवार सुखराम उरांव ने जीत हासिल की है। सुखराम उरांव 43 हजार आठ सौ 32 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार लक्ष्मण गिलुवा 31 हजार पांच सौ 98 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेवीएम कैंडिडेट शशिभूषण समद 17 हजार चार सौ 87 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में चक्रधरपुर सीट से जेएमएम उम्मीदवार शशिभूषण समद ने बीजेपी कैंडिडेट नावामी उरांव को मात दे दिया था। समद को कुल 64 हजार तीन सौ 96 वोट मिले थे जबकि बीजेपी कैंडिडेट नावामी उरांव 37 हजार नौ सौ 48 वोट ही हासिल कर पाए थे। इस तरह से शशिभूषण समद ने नावामी उरांव को 26 हजार चार सौ 48 वोट से मात दे दिया था। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट विजय सिंह समद महज 6 हजार चार सौ 41 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में चक्रधरपुर सीट से बीजेपी कैंडिडेट लक्ष्मण गिलुआ ने जीत हासिल की थी। लक्ष्मण गिलुआ 26 हजार नौ सौ 84 वोट लेकर पहले स्थान पर रहे थे तो जेएमएम कैंडिडेट सुखराम उरांव को 26 हजार छह सौ 94 वोट मिला था। लक्ष्मण गिलुवा ने मात्र दो सौ 90 वोट से सुखराम उरांव को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट सुखदेव हेम्ब्रम 12 हजार दो सौ दो वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
चक्रधरपुर सीट पर इस बार जेएमएम उम्मीदवार सुखराम उरांव के लिए मुकाबला आसान नहीं होगा। 2019 के चुनाव में बीजेपी और जेवीएम के अलग अलग लड़ने से सुखराम उरांव रांची पहुंचने में सफल हो गए थे, लेकिन बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में आ जाने से अब जेवीएम का भी वोट भगवा पार्टी के उम्मीदवार शशिभूषण समद को ट्रांसफर हो सकता है। अगर ये वोट ट्रांसफर हो गया तो फिर सुखराम उरांव के लिए रांची पहुंचना आसान नहीं होगा।